बालाघाट में बाहर राज्यों से आए 14 हजार ग्रामीण किए गए क्वारेंटाइन

बालाघाट में बाहर राज्यों से आए 14 हजार ग्रामीण किए गए क्वारेंटाइन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-06 09:24 GMT
बालाघाट में बाहर राज्यों से आए 14 हजार ग्रामीण किए गए क्वारेंटाइन

डिजिंटल डेस्क  बालाघाट । कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए प्रशासन द्वारा लॉक डाउन का सख्ती के साथ पालन कराया जा रहा है। जनता भी लॉक डाउन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेसिंग का पालन कर प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग प्रदान कर रही है। बालाघाट जिले के लांजी, बहेला, किरनापुर क्षेत्र के सैकड़ा से भी अधिक गांवो के ग्रामीणजन जो कि बाहर राज्य कमाने खाने के लिए गए थे गत दिनों अंतर्राज्जीय सीमा से उनकी वापसी होने के बाद प्रशासनिक तौर पर उन्हे गंतव्य स्थानो तक पहुुंचाकर तकरीबन 14 हजार ग्रामीणजनो को पूरी तरह से क्वारेंटाइन किया गया है। 
एसडीएम एवं एसडीओपी की अनुकरणीय पहल...
सीमा पर इन सभी ग्रामीणजनो के स्वास्थ्य की जांच भी कराई गई है। जानकारी के अनुसार किरनापुर-लांजी क्षेत्र में बालाघाट पुलिस और प्रशासन की टीम ने बेहतर कार्य कर रही है। यहां एसडीएम अंशुल गुप्ता एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस लांजी नितेश भार्गव की पहल से हर ग्रामीणजनो को हर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। गांव-गांव पहुुंचकर ग्रामीणजनो को राशन सामग्री के साथ ही उन्हें पोस्ट आफिस के जरिए पांच सौ रूपए की राशि भी प्रदाय की जा रही है।
कोरोना से जंग में सजग है प्रशासन
कोरोना से इस जंग में प्रशासन पूरी तरह से सजग है। करोनो से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। लांजी पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी एसडीओपी नितेश भार्गव 24 घंटे सेवाएं दे रहें है। गांव-गांव पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा ले रहे है। इसी प्रकार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एसडीएम अंशुल गुप्ता भी हर जरूरतमंदो को राशन के साथ ही खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध करा रहे है। कोरोना की इस जंग में जनता से लॉक डाउन का पालन कर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने की अपील भी की जा रही है। अधिकारी द्वय की इस कार्यशैली को लेकर क्षेत्र की जनता ने मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कदम से कदम मिलाकर कोरोनो से निपटने का हौसला कायम रखा है।   
घर-घर पहुंचकर तलाशे ग्रामीण,  दरवाजे पर चस्पा की सूचना
इधर दूसरी तरफ बालाघाट जिले के किरनापुर, लांजी अंतर्गत आने वाले आधा सैकड़ा से भी अधिक गांवो के ग्रामीणजनो की पतासाजी कर प्रशासनिक तौर पर उन्हें घरो में ही क्ववारेंटाइन रहने के लिए निर्देशित किया गया है और उनके घरो के दरवाजें पर बकायदा सूचना भी चस्पाई गई है।  सैकड़ा भर गांव के इन ग्रामीणजनो को तलाश कर प्रशासनिक तौर पर अभिनव पहल की गई है जो नि:संदेह कोरोना वायरस से निपटने में महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है। 
24 घंटे तैनात है स्वास्थ्य विभाग की टीम.... 
यहां सीमा पर 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है। लोगो के स्वास्थ्य पर पैनी नजर रखी जा रही है। प्रत्येक अंतर प्रांतीय और अंतर जिला नाके पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सामग्री के साथ एक टीम 24 घंटे तैनात कर रखी है। 
तीन  अंतर्राज्यीय नाके पर सघन जांच 
यहां लांजी और किरनापुर अनुभाग में तीन अंतर्राज्यीय नाके हैं। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले से दो नाके और छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक अंतर्राज्यीय नाका है। इसके अतिरिक्त पांच नाके जंगल और कच्चे रास्तों वाले हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से इन कच्चे रास्तों पर स्थानीय युवको का सहयोग लेकर पूरी व्यवस्था बनाई गई है। 
अब तक 14 हजार से अधिक की जांच
जानकारी के अनुसार गत 25 मार्च से अब तक टीम सब डिवीजन किरनापुर और लांजी में ही लगभग 14000 बाहर से आये व्यक्तियों को सुविधा और सम्मान के साथ उनके घरों तक पहुंचा चुकी है। जो व्यक्ति किन्हीं अन्य रस्तों से भी यदि क्षेत्र में आये उनकी भी बाद में गाँव से सूचना प्राप्त होते ही नियमित स्वास्थ्य जांच करवाई जा रही है। इसके अतिरिक्त भी 25 मार्च से पहले आये किसी भी व्यक्ति की बाहर से आये होने की सूचना मिलने पर उसके घर मेडिकल टीम भेजकर जाँच करवाई जाती है। 
 

Tags:    

Similar News