सड़क नहीं बनवाएंगे तो नेता पछताएंगे, शिवाजी नगर के लोगों ने घेरा नगर निगम कार्यालय

सड़क नहीं बनवाएंगे तो नेता पछताएंगे, शिवाजी नगर के लोगों ने घेरा नगर निगम कार्यालय

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-06 09:13 GMT
सड़क नहीं बनवाएंगे तो नेता पछताएंगे, शिवाजी नगर के लोगों ने घेरा नगर निगम कार्यालय

डिजिटल डेस्क, कटनी। लम्बे अर्से से सड़क की मांग कर रहे वार्ड नंबर चार, शिवाजीनगर के नागरिकों ने नगर निगम कार्यालय का घेराव कर दिया। हाथों में नारे लिखी तख्तियां लिए महिला-पुरुष बड़ी संख्या में नगर निगम कार्यालय पहुंचे और जनप्रतिनिधियों तथा अफसरशाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नागरिकों के आक्रोश को देखते हुए नगर निगम का मुख्य गेट बंद कर दिया गया था। लगभग डेढ़ घंटे तक चले प्रदर्शन के कारण मिशन चौक से सुभाष चौक तक रोड पर जाम लग गया था।

महापौर ने दिया गुलाब
प्रदर्शन की खबर मिलते ही महापौर शशांक श्रीवास्तव गेट पर आए और चर्चा का प्रयास किया। महापौर ने प्रदर्शनकारियों को गुलाब का फूल देखकर गुस्सा ठंडा करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी मानने तैयार नहीं थे। महापौर को देखते ही प्रदर्शनकारी हाय-हाय का नारा लगाने लगे। प्रदर्शनकारियों ने महापौर को चूड़यां भेंट करने का प्रयास किया तो वह बिना बातचीत किए वापस लौट गए। बाद में नगर निगम कमिश्नर टी.एस.कुमरे ने गेट पर पहुंंचकर ज्ञापन स्वीकार किया।

महिलाओं ने संभाला मोर्चा
शिवाजीनगर की समस्याओं को लेकर किए गए प्रदर्शन में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। हाथों में नारे लिखी तख्तियां लिए नारेबाजी कर रही थीं। तख्तियों में अभी संभल जाओ मौका है फिर मत कहना ये धोखा है। सड़क नहीं बनवाएंगे तो नेता सभी पक्षताएंगे। क्या रखा है आपके शहर में कुछ पल तो गुजारो शिवाजी नगर में...आदि नारे लिखी हुई तख्तियां लेकर लोग नगर निगम कार्यालय आए थे।

विधायक नगर निगम पहुंचे
शिवाजीनगर में विकास कार्यों के लिए महापौर द्वारा विधायक निधि से 20 लाख रुपए की राशि मांग पर चर्चा करने विधायक संदीप जायसवाल शाम को नगर निगम कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंंचने पर विधायक को पता चला कि निगमायुक्त बैठक में भाग लेने कलेक्टर कार्यालय गए हैं। बताया गया है कि शिवाजी नगर सहित अवैध कालोनियों में विकास कार्य कराने में नगर निगम के पक्षपातपूर्ण रवैया से विधायक नाराज बताए जाते हैं।

सियासी नौटंकी
कटनी विका संघर्ष समिति के संयोजक सौरभ नायक ने शिवाजीनगर को लेकर विधायक और महापौर की भूमिका को सियासी नौटंकी बताया। उन्होंने कहा कि पांच साल में विधायक ने शहर विकास के लिए 20 लाख की राशि भी नहीं दी और वहीं महापौर ने अपनी नाकामी छिपाने गेेंद विधायक के पाले में डाल दी।

 

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