संबल योजना में करोड़ों का फर्जीवाड़ा, भौतिक सत्यापन के बाद कलेक्टर ने पकड़ी गड़बड़ी
संबल योजना में करोड़ों का फर्जीवाड़ा, भौतिक सत्यापन के बाद कलेक्टर ने पकड़ी गड़बड़ी
डिजिटल डेस्क, कटनी। श्रम विभाग के संबल योजना (अंत्येष्टि और अनुग्रह राशि) में प्रदेश स्तर पर व्यापक गड़बड़ी की आंच कटनी तक पहुंच चुकी है। शुरुआती जांच में यहां पर तीन प्रकरण ऐसे पाए गए। जिनमें कामगारों के अंतिम संस्कार के बाद उनका पंजीयन इस योजना में करते हुए खातों में अंत्येष्टि राशि जारी करने का काम किया गया। निकायों ने तो गड़बड़झाले की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन बजट की कमीं के चलते दो प्रकरणों में राशि खातों में नहीं पहुंची। वहीं एक प्रकरण ऐसा रहा। जिसके खाते में तो दो लाख रुपए की राशि भी जमा करा दी गई।
ऐसे सामने आई थी गड़बड़ी
यह गड़बड़ी हाल में पकड़ी गई। प्रदेश स्तर पर जब जिलों से जानकारी मांगी गई। तब कई जिले ऐसे रहे, जिन्होंने सूची तो सौंपी, लेकिन कितने लोगों का भौतिक सत्यापन कर पाए। इस संबंध में श्रम विभाग का रवैया टाल-मटोल वाला रहा। सत्यापन की जवाबदेही जनपद और नगरीय निकाय क्षेत्र को दी जाती। प्रदेश स्तर के अधिकारियों ने जब खोज-खबर ली, तो पता चला कि कई हितग्राही ऐसे हैं। जिन्हें मृत्यु उपरांत इस योजना में पंजीयन कराते हुए अनुग्रह राशि का लाभ नियम विरुद्ध दिया गया है। इसके बाद श्रम विभाग ने कलेक्टर को पत्र भेजते हुए दी गई राशि के संबंध में भौतिक सत्यापन कराने को कहा।
14 करोड़ की राशि वितरित
अंत्येष्टि राशि में अब तक करीब 14 करोड़ रुपए की राशि वितरित की गई है। इसमें सामान्य मृत्यु पर 576 हितग्राही के परिजनों को 11.46 करोड़ की राशि दी जा चुकी है। मृत्यु दुर्घटना के 55 प्रकरण में 2.12 करोड़ की राशि दी जा चुकी है। इसी तरह से अन्य मामलों में भी राशि दी गई है।
तीस प्रतिशत हितग्राही
चुनावी मौसम में अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ देने में निकाये के कर्मचारी आंख बंद कर चयन किए। जिसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2011 की जनसंख्या के हिसाब से अब तक करीब 30 प्रतिशत जनसंख्या का चयन संबल योजना में किया गया है। इसमें जिले में सत्यापित पंजीकृत श्रमिकों की संख्या 376380 है। बड़वारा में 81984, बहोरीबंद में 55780, ढीमरखेड़ा में 52163, कटनी जनपद में 46037, रीठी में 44890 और विजयरावगढ़ में हितग्राहियों की संख्या 51443 रही।
नगरीय क्षेत्रों में भी रुचि
ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत पदाधिकारी सचिव और जनपद अधिकारियों के साथ मिलकर इसमें लाखों हितग्राहियों को जोड़े। वहीं नगरीय क्षेत्रों ने भी इस योजना का लाभ देने के लिए अधिक से अधिक रुचि दिखाई। वार्डों में इसके लिए शिविर लगाकर अधिक से अधिक हितग्राहियों को चिन्हित किया गया। नगर निगम मुड़वारा में ही इस योजना के 36482 सत्यापित हितग्राही हैं। नगर परिषद कैमारे में 3433, नगर परिषद बरही में 2589 और नगर परिषद विजयराघवगढ़ में इनकी संख्या 1579 रही।
इनका कहना है
जिले में अंत्येष्टि सहायता राशि में तीन प्रकरण ऐसे आए हैं। जिनमें गड़बड़ी की गई थी। लेकिन बजट की कमी के चलते दो प्रकरणों में खातों में राशि नहीं पहुंच सकी। एक प्रकरण में खाते में राशि पहुंच चुकी थी। जिसमें से कुछ राशि का आहरण भी कर लिया गया है। वसूली के निर्देश दिए गए हैं। अन्य मामलों की जांच की जा रही है।
के.व्ही.एस. चौधरी, कलेक्टर