सिवनी प्रशासन ने रोकी बालाघाट से निकली मजदूरों की बस, वापस लौट घर के लिये पैदल ही चल पड़े मजदूर

सिवनी प्रशासन ने रोकी बालाघाट से निकली मजदूरों की बस, वापस लौट घर के लिये पैदल ही चल पड़े मजदूर

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-31 08:26 GMT
सिवनी प्रशासन ने रोकी बालाघाट से निकली मजदूरों की बस, वापस लौट घर के लिये पैदल ही चल पड़े मजदूर

डिजिटल डेस्क बालाघाट । कोरोना महामारी के संक्रमण के तृतीय चरण पर पहुंचते ही शासन के टोटल लॉक डाऊन के आदेश का असर जिले की सीमा में फंसे दूसरे प्रांत के मजदूरों पर देखने को मिला। प्रशासन द्वारा पिछले 3 दिन में जांच कर उनके गंतव्यो की ओर रवाना किये गये कोई 3500 मजदूरो और छात्रो में से लगभग   एक सैकड़ा से अधिक जो की दूर के गंतव्य के थे आज सिवनी और दूसरे जिले की सीमाओं से लौटा दिये जाने के कारण पुन: बालाघाट पहुंच गये। इनमें से कुछ श्रमिक जहंा जिला मुख्यालय में बने क्वारेंटाईन सेंटर में आश्रय ले लिये। वही लगभग 50 से अधिक श्रमिक  बिना रूके पैदल ही अपने गंतव्य की ओर रवना हो गये। आज सुबह ही सिवनी होते हुए दूसरे प्रांतो के लिये निकली एक बस को सिवनी के समीप से लौटाये जाने के बाद उसमें सवार कोई आधा सैकड़ा से अधिक मजदूर पैदल ही नागपुर की सीमा की ओर रवाना होते देखे गये। इस दौरान प्रशासन द्वारा सिवनी भेजे गये वाहन के चालक से पुलिस द्वारा  सिवनी में मारपीट कर भगा जाने  की जानकारी दी है जबकि उसके पास  कलेक्टर बालाघाट का  परिवहन का अनुमति पत्र  था  वाहन चालक  सिवनी के  निवासियों को  उतार कर  अन्य सभी आदमियों को जो  हैदराबाद आदि जाना चाह रहे थे  को वापस लेकर बालाघाट  आ गया है
इनका कहना है...
शासन के निर्देशो के तहत अब जिले में टोटल लॉक डाऊन का आदेश किया गया है। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को जिले में प्रवेश नही देने के निर्देश है। इस दौरान जिले की सीमा में पहुंचने वाले मजदूरो को सीमा पर ही स्वास्थ्य परीक्षण कर वही स्थित स्कूल या पंचायत भवन में क्वारेंटाईन किया गया है। जहां उनके भोजन और आवास की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है। 
दीपक आर्य, कलेक्टर बालाघाट.
 

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