बीटीआर से अनुमति न मिलने के कारण शहडोल-मानपुर सड़क निर्माण अटका

बीटीआर से अनुमति न मिलने के कारण शहडोल-मानपुर सड़क निर्माण अटका

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-13 07:53 GMT
बीटीआर से अनुमति न मिलने के कारण शहडोल-मानपुर सड़क निर्माण अटका

  डिजिटल डेस्क शहडोल। एक वर्ष पूर्व स्वीकृत हुई 60 किलोमीटर लंबी शहडोल-मानपुर रोड अभी तक मात्र दो किमी ही बन पाई है। एमपीआरडीसी द्वारा निर्मित कराई जा रही यह सड़क 80 करोड़ रुपए के लागत  की है और जिले की सीमाओं से गुजरने वाली संभाग स्तरीय सबसे लंबी सड़कों में से एक है। इस सड़क के निर्माण की समयावधि 14 माह है। जबकि 12 माह की अवधि समाप्त हो रही है। कार्य आगे नहीं बढ़ पाने का कारण है बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा अनुमति नहीं दिया जाना। यह सड़क इतनी महत्वपूर्ण है कि उमरिया से शहडोल को जोडऩे वाली यह अत्यंत महत्वपूर्ण सड़क होगी। जिससे दूरी भी कम होगी और कटनी गुमला नेशनल हाइवे का दबाव कम होगा। साथ ही मानपुर तथा उसके आसपास के लोगों को पक्की सड़क और पुल- पुलियों के निर्माण के कारण शहडोल की ओर आने के लिए सरलता होगी। बरसात में भी उनका आनाजाना जारी रहेगा। वर्तमान में यहां आने जाने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।
बीटीआर से होकर बननी है 14 किलोमीटर लंबी सड़क
बताया गया कि मानपुर से शहडोल के लिए सड़क फरवरी 17 मेें स्वीकृत हुई। इसका निर्माण  मानपुर से शहडोल की ओर शुरू किया गया और दो किमी बनाया भी गया। इसके बाद बीटीआर का एरिया शुरू हो गया। बीटीआर से होकर करीब 14 किमी लंबी सड़क बनाई जानी है। यहां से निर्माण के लिए जब मंजूरी की प्रक्रिया की गई तो बीटीआर प्रशासन ने इसकी चौड़ाई में अड़ंगा लगा दिया। वह केवल 6 मीटर चौड़ाई के लिए अनुमति दे रहा है। जबकि सड़क की चौड़ाई 8 मीटर रखी जानी अनिवार्य है। 6 मीटर की चौड़ाई सड़क की मुख्य चौड़ाई मानी जाती है। जबकि किनारे सोल्डर के लिए भी जगह चाहिए। निर्धारित मानक के अनुरूप सड़क की डिजाइन पूर्ण नहीं होने के कारण वाहनों के आने-जाने में और साइड देने में दिक्कत होती है, इसलिए निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य रोक दिया गया है। निर्माण एजेंसी सड़क के दोनों ओर एक-एक मीटर की अतिरिक्त चौड़ाई चाहती है।
50 गांवों की बढ़ेगी आवागमन सुविधा
यदि सड़क बन जाती है तो इससे लगे करीब 50 गांवो की आवागमन सुविधा बढ़ेगी। जबकि अभी तक यहां लंबी चौड़ी अधिक भार वहन क्षमता की नई सड़कों का अभाव है। मानपुर के लिए सीधी पक्की सड़क का अभाव है। कुछ गांवों की स्थिति ऐसी है कि  पक्की सड़क और पुल पुलियों की कमीं से बरसात में मुख्यालयो से कट जाते हैं। 60 किमी लंबी इस सड़क के निर्माण के दौरान करीब 20 पुल  का निर्माण किया जाना है। इससे आवागमन की सुविधा बढ़ेगी।
होगी कार्रवाई
सड़क की स्वीकृति के लिए बीटीआर के डायरेक्टर से चर्चा की गई है। उन्होने शीघ्र ही अनुमति प्रदान करने का आश्वासन दिया है। जल्दी ही स्वीकृति मिल जाएगी और काम शुरू कर दिया जाएगा।
एनके बरवे, जिला प्रबंधक, एमपीआरडीसी शहडोल

 

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