शिवसेना की मोदी से मांग-राणे को तत्काल हटाएं, बीजेपी का पटलवार बदले की भावना से की कार्रवाई

थप्पड़ के बयान की गूंज दिल्ली तक शिवसेना की मोदी से मांग-राणे को तत्काल हटाएं, बीजेपी का पटलवार बदले की भावना से की कार्रवाई

Tejinder Singh
Update: 2021-08-24 13:24 GMT
शिवसेना की मोदी से मांग-राणे को तत्काल हटाएं, बीजेपी का पटलवार बदले की भावना से की कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ‘उद्धव को थप्पड़’ मामले ने महाराष्ट्र का सियासी तापमान अचानक बढ़ा दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान से खफा शिवसैनिक जहां तोड़फोड़ में जुट गए, वहीं लोकसभा में शिवसेना संसदीय दल के नेता विनायक राऊत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर राणे को मंत्रिमंडल से तत्काल हटाने की मांग की है। राऊत ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के संबंध में जिस भाषा का उपयोग किया है, वह निंदनीय है। राणे जैसा अपनी मर्यादा भूलने वाला केन्द्रीय मंत्री जब ऐसी भाषा का इस्तेमाल करता है, तो मुझे लगता है कि ऐसे व्यक्ति को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। यह भाषा हमारे देश के प्रधानमंत्री का भी अपमान है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि नारायण राणे को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से तत्काल हटाएं’। 

नारायण राणे की गिरफ्तारी बदले की भावना से की गई कार्रवाई - भाजपा

उधर नारायण राणे की गिरफ्तारी को भाजपा ने बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। नड्डा ने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री राणे की गिरफ्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा को मिल रहे समर्थन से ये लोग परेशान है।

वहीं, इससे पहले पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि नारायण राणे का जो विषय है, यह गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि कुछ शब्द राणे ने जरूर प्रयोग किए होंगे, जो मुझे लगता है कि उनसे बचा जा सकता था, लेकिन क्या यही कानून है। 

पात्रा ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री कह रहे कानून सर्वोपरि है, लेकिन भाजपा के दफ्तरों पर पत्थरबाजी करना, लोगों की जान जोखिम में डालना क्या ये कानून है? 

पात्रा ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के 27 मंत्रियों के खिलाफ केस दर्ज हैं। अनिल देशमुख पर वसूली के आरोप हैं, अनिल परब पर भी कई आरोप हैं। क्या उन लोगों की गिरफ्तारी हुई, कहा उनके घर तक पुलिस गई?

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