आईसीएसई बोर्ड में श्रीनभ देश में तीसरे स्थान पर

आईसीएसई बोर्ड में श्रीनभ देश में तीसरे स्थान पर

Anita Peddulwar
Update: 2019-05-08 05:45 GMT
आईसीएसई बोर्ड में श्रीनभ देश में तीसरे स्थान पर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट इक्जामिनेशन्स ने  10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी किए। इसमें शहर के काटोल रोड स्थित चंदादेवी सर्राफ स्कूल के छात्र श्रीनभ अग्रवाल ने 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्हें मैथ्स, साइंस, सोशल साइंस और फिजिकल एजुकेशन में शत-प्रतिशत अंक मिले हैं। उन्होंने देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। 

बोर्ड द्वारा 22 फरवरी से 25 मार्च के बीच ये परीक्षा ली गई थी। इस बार आईसीएसई 10वीं बोर्ड का परिणाम 98.54 प्रतिशत रहा। पिछली बार की तुलना में  इस बार 0.03 प्रतिशत रिजल्ट में वृद्धि हुई है। इस परीक्षा में शहर के चंदा देवी सर्राफ स्कूल के अलावा, एमएसबी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, सेवंथ डे एडवेंटिस्ट और मरी पुसपैन स्कूल के करीब 400 विद्यार्थी शामिल हुए थे। श्रीनभ के बाद सीडीएस स्कूल की ही प्रेक्षा यादव ने 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। इसी तरह मरी पुसपैन स्कूल की छात्रा वृशाली मुलमुले ने भी 97.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर टॉपर्स की सूची में अपनी जगह बनाई। समाचार लिखे जाने तक ये विद्यार्थी शहर के टॉपर्स मंे शामिल थे। 

रिसर्च क्षेत्र में बनाना है करियर
परीक्षा के लिए 8 से 10 घंटे पढ़ाई की थी। मैथ्स, साइंस, सोशल साइंस और फिजिकल एजुकेशन में पूरे नंबर मिले हैं। पिता डॉ. मौजेश अग्रवाल सेंटल ग्राउंड वॉटर बोर्ड मंे कार्यरत हैं। मम्मी टीनू अग्रवाल की रिसर्च कंसलटेंसी है। माता-पिता ने पढ़ाई में पूरा सहयोग किया। रिसर्च के क्षेत्र में जाना चाहता हूं। 
लक्ष्य : आईआईएससी बैंगलोर में जाने का है। इसके लिए किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना की परीक्षा दूंगा। 
श्रीनभ अग्रवाल, 99.2 प्रतिशत, सीडीएस स्कूल काटोल रोड

एग्जाम के एक दिन पूर्व पिता को खोया 
शहर के एमएसबी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की छात्रा जुहरत उल मजद लोहावाला ने कठित परिस्थिति में परीक्षा देकर बेहतर प्रदर्शन किया है। परीक्षा के एक दिन पूर्व उनके पिता का निधन हो गया। ऐसी स्थिति में भी उन्होंने हिम्मत नहीं खाेई। उनके पिता ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी, लिहाजा छात्रा ने पूरी ऊर्जा के साथ परीक्षा देने की ठानी। अब रिजल्ट में उसे 87 प्रतिशत आए हैं। छात्रा के अनुसार, उसके स्कूल प्राचार्य और शिक्षकों के साथ साथ मित्रों ने इस घड़ी में उसे खूब सहयोग दिया। आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल, परिजनों और मित्रों को दिया है। 

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