सम्पत्ति विवाद में बेटे ने की थी चौकीदार पिता की हत्या - पड़ोसी चौकीदार को भी मार डाला था
सम्पत्ति विवाद में बेटे ने की थी चौकीदार पिता की हत्या - पड़ोसी चौकीदार को भी मार डाला था
डिजिटल डेस्क शहडोल । बुढ़ार पुलिस ने क्रशर में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। हत्या की वजह जमीन बनी, जिसका सौदा करने में बाधक बन रहे वृद्ध पिता को उसी के बेटे ने अपने पुत्र के साथ मिलकर मौत की नींद सुला दिया था। हत्या करते देख लेने पर दूसरे युवा चौकीदार को भी दौड़ाकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। वारदात के 27 दिन बाद आरोपी कमल बरगाही 54 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती बुढ़ार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कमल का पुत्र वीरेंद्र उर्फ लाला बरगाही 22 वर्ष फरार हो गया है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। आरोपी ने गुनाह कबूल कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त गैंती व तलवार जब्त कर लिया गया है। गौरतलब है कि पंचवटी मोहल्ला में स्थित मिश्रा स्टोन क्रशर में 20 अक्टूबर की सुबह चाकीदार मटरू बरगाही 70 वर्ष तथा इससे लगे ईंट प्लांट में दूसरे चौकीदार सम्हारू सोनी 34 वर्ष की रक्तरंजित लाश मिली थी। एक साथ दोहरी हत्या पर बुढ़ार थाने में अज्ञात के विरुद्ध धारा 302 का प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरु की गई। पुलिस को पता चला कि मृतक मटरू व उसके बेटे के बीच जमीन को लेकर कुछ विवाद चल रहा था। पुलिस को पता चला कि मटरू के नाम पर क्रशर के पास ही करीब 11 एकड़ जमीन थी। जिसे उसका बेटा कमल बरगाही बेचना चाहता था। उसने किसी के साथ उसका जमीन का सौदा कर बयाना के रूप में 85 हजार रुपये ले भी लिए थे।
समझाने पहुंचे थे
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 19 अक्टूबर को वह पिता को समझाने पहुंचा था। उसके साथ उसका बेटा वीरेद्र भी था। पिता जमीन बेचने को तैयार नहीं हुए। जिस पर वहां रखा गैंती से सिर व सीने में वार कर पिता मटरू की हत्या कर दी। दूसरा चौकीदार सम्हारू जो मानसिक रूप से कुछ दिव्यांग था, मटरू की हत्या करते देख लिया और चिल्लाने लगा कि वह सेठ जी को सब बता देगा। रहस्य खुलता देख कमल व उसका बेटा वीरेद्र ने सम्हारू को दौड़ाया और जित्तू सिंह के खेत में पकड़कर तलवार व गैंती से मार डाला। इसके बाद दोनों वहां से भाग निकले।
इनकी रही भूमिका
मामले का खुलासा करने में एसडीओपी भरत दुबे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान, थाना प्रभारी धनपुरी सुदीप सोनी, उप निरीक्षक बृजेंद्र मार्को, आनंद कुमार झारिया व वैष्णवी पांडे, बसंत लाल गौलिया, विजय सिंह पाटले, प्रधान आरक्षक हरि किशोर, भारत सिंह, दिव्य प्रकाश, शिवप्रसाद सिंह, धर्मेंद्र सिंह, आत्माराम सिंह, नवीन सिंह, बालेंद्र सिंह की भूमिका रही।