हथियार लेकर कॉलेज आने वाले छात्रों को भेजा जाएगा जेल

हथियार लेकर कॉलेज आने वाले छात्रों को भेजा जाएगा जेल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-05 08:35 GMT
हथियार लेकर कॉलेज आने वाले छात्रों को भेजा जाएगा जेल

डिजिटल डेस्क  रीवा । विंध्य क्षेत्र के सबसे बड़े शासकीय महाविद्यालय कैंपस के अंदर एक छात्र की गोली मारकर हत्या किए जाने का मामला अभी भी जिले की पुलिस के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। इस घटना का मुख्य आरोपी वैभव सिंह आज भी पुलिस की गिरफ्त से कोसों दूर बना हुआ है। रीवा एसपी ललित कुमार शाक्यवार ने टीआरएस कॉलेज कैंपस के अंदर प्रवेश करने के बाद मुख्य बिल्डिंग तक जाने वाले एक गेट पर मेटल डिटेक्टर मशीन को स्थापित करा दिया है जहां पर दो पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं ।   अन्य गेट को कॉलेज प्रबंधन ने बंद करा दिया है । टीआरएस कॉलेज मैं पिछले कुछ चार पांच वर्षो से अपराध की गतिविधियां ज्यादा होने लगी है ।यह कॉलेज मध्य प्रदेश का एकमात्र ऐसा सरकारी संस्थान है जहां पर तकरीबन 12500 छात्रों ने शैक्षणिक सत्र 2017 18 के दौरान प्रवेश हासिल किया है इस कॉलेज में पढऩे वाले छात्रों को पूरी सुरक्षा देना किसी भी कॉलेज प्रबंधन के लिए चुनौती साबित होगी बरहाल इस घटनाक्रम के बाद पुलिस और प्रशासन दोनों की निगाहें टीआरएस कॉलेज पर बराबर बनी रहती हैं पुलिस की टीम समय-समय पर कॉलेज कैंपस का भ्रमण भी करती है वही कॉलेज गेट पर निर्भया सहित अन्य पुलिस वाहन मौजूद रहते हैं
शिकायत पेटी गेट में लगी
पुलिस और प्रशासन दोनों विंध्य क्षेत्र के नामचीन टीआरएस कॉलेज में पढऩे वाले स्टूडेंट की सुरक्षा को लेकर फिलहाल गंभीर नजर आ रहे हैं कॉलेज के गेट पर मेटल डिटेक्टर मशीन लगाने के साथ ही गेट पर शिकायत पेटी स्क्क ने लगवाई है जहां पर प्रतिदिन सुबह सिविल लाइन स्टाफ शिकायत लेने जाता है घटना के बाद से अब तक इस लेटर बॉक्स में किसी भी छात्र छात्रा ने शिकायत नहीं डाली है स्क्क ने कहा है की कोई भी छात्र यदि गड़बड़ नजर आता है तो उसके बारे में जानकारी दी जाए नाम गोपनीय रखते हुए पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी
सुरक्षा गार्ड की बढ़ेगी संख्या
वही टीआरएस कॉलेज प्रबंधन से जुड़े सूत्रों की माने तो इस घटना के बाद प्रबंधन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठे हैं जिसके बाद कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर सत्येंद्र शर्मा निरंतर कलेक्टर-एसपी से संपर्क स्थापित करने के साथ ही कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने पर गहनता से मंथन कर रहे हैं इस संबंध में उन्होंने कहा है कि पूरे टीआरएस कॉलेज कैंपस के कोने-कोने में जहां छात्रों की आवाजाही होती है वहां सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराए जाएंगे इसके साथ ही स्वयं प्राचार्य बंदूकधारी गार्डों को लेकर दिन में दो बार पूरे कैंपस का निरीक्षण करते हैं सूत्र बताते हैं कि कॉलेज प्रबंधन स्टूडेंट की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बंदूकधारी गाडो की संख्या में इजाफा करने का प्लान तैयार कर चुका है आगामी सप्ताह भर के अंदर टीआरएस कॉलेज के जनभागीदारी समिति की बैठक बुलाने के प्रयास किए जा रहे हैं जहां पर समिति अध्यक्ष रमेश गर्ग से मामले पर चर्चा करते हुए सुरक्षा गार्डों की संख्या में इजाफा करने का रास्ता साफ किया जाएगा जानकार बताते हैं कि सुरक्षा गार्डों की संख्या टीआरएस कॉलेज में प्रबंधन एक दर्जन कर सकता है मौजूदा समय में 14 हजार की राशि में दो गार्ड काम कर रहे हैं निश्चित सुरक्षा बल की संख्या बढऩे से हालात बेहतर हो जाएंगे

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