मम्मी-पापा और टीचर की डांट से नाराज होकर घर भाग रहे थे बच्चे, RPF ने मदन महल स्टेशन पर रोका
मम्मी-पापा और टीचर की डांट से नाराज होकर घर भाग रहे थे बच्चे, RPF ने मदन महल स्टेशन पर रोका
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। घर में मम्मी-पापा की मार और स्कूल में टीचर की डांट सुनसुनकर परेशान हुए बच्चे अपना-अपना घर छोड़कर भाग निकले। बच्चे ट्रेन में सवार होकर हो जा रहे थे, लेकिन श्रीधाम में डिप्टी एसएस की उन पर नजर पड़ गई और सूचना के बाद बच्चों को मदन महल स्टेशन पर उतार लिया गया। आरपीएफ की मानें तो बच्चों को अपहरण करके ले जाया जा रहा था, तो वहीं बच्चों का कहना है कि वे खुद घर से भागे हैं।
3 किलो मीटर पैदल चलकर पहुंचे स्टेशन
जानकारी के मुताबिक शाम 4 बजे घर से 3 किलोमीटर पैदल चलकर बच्चे करकबेल स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पहुंचने के बाद पैसेंजर गाड़ी में सवार हो गए। इन सभी बच्चों को श्रीधाम स्टेशन पर डिप्टी एसएस नेहा दुबे ने देख लिया और इसकी सूचना आरपीएफ मदन महल को दी। ट्रेन आने पर सभी बच्चों को ट्रेन से उतार लिया गया।
स्कूल से पहुंचे घर, फिर भागे
आरपीएफ से मिली जानकारीके मुताबिक पूजा मेहरा 12 वर्ष, सूरज मेहरा 12 वर्ष, निखिल लोधी 10 वर्ष, संजू पटेल 11 वर्ष, राजा चढ़ार 13 वर्ष, सूरज ठाकुर 14 वर्ष, अनिल सेन 13 वर्ष आज शाम 4 बजे स्कूल से घर पहुंचने के बाद बिना बताए चले गए। परिजनों ने इनकी काफी तलाश की, लेकिन बच्चों का कोई पता नही चला। इसके बाद परिजनों ने थाना खैरी गए और बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी।
सभी ने मिलकर बनाया था भागने का प्लान
इस संबंध में तीसरी क्लास में पढ़ रही पूजा मुताबिक सभी ने मिलकर भागने का प्लान बनाया था। बच्चे 2 से 3 जोड़ी कपड़े और 200-300 रुपए रखकर बासनपनी से 3 किलोमीटर पैदल करकबेल स्टेशन पहुंचे। जहां ट्रेन नंबर 51189 इटारसी-छिबकी पैसेंजर से जबलपुर आ रहे थे। मदनमहल स्टेशन पर पुलिस ने बच्चों को उतार किया।
किया परिजनों के सुपुर्द
इस संबंध में पोस्ट प्राभारी वीरेन्द्र सिंह ने बताया है कि छोटे बच्चों का अपहरण कर लेने की घटनाएं अक्सर संज्ञान में आती हैं। इसे ध्यान रखकर 7 बच्चों को ट्रेन से उतार है। इसके बाद परिजनों को सूचना दी। परिजनों के पहुंचने पर बच्चों को परिजनों के सुपुर्द किया गया।