कमरों में झाड़ू लगा टॉयलेट की सफाई करते हैं विद्यार्थी -नहीं है भृत्य और चौकीदार

कमरों में झाड़ू लगा टॉयलेट की सफाई करते हैं विद्यार्थी -नहीं है भृत्य और चौकीदार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-06 09:26 GMT
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डिजिटल डेस्क शहडोल/जैतपुर । विकासखण्ड गोहपारू अंतर्गत ग्राम देवरी नंबर 1 में संचालित शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है। दूरांचल स्थित इस शासकीय स्कूल में एक भी भृत्य और चौकीदार का पद स्वीकृत नहीं किया गया है। विद्यालय के बच्चों को कमरों में झाड़ू लगाने के साथ स्वयं ही टायलेट की सफाई करनी पड़ती है। क्लास लगने व छुट्टी की घंटी तक बच्चों को बजानी पड़ती है। साफ-सफाई का दिन शनिवार को निर्धारित किया गया है। विद्यालय को नया भवन बनाकर दिया गया लेकिन बाउण्ड्रीवाल का निर्माण नहीं कराया गया। न ही चौकीदार की व्यवस्था की गई। जिसके कारण स्कूल में कई बार चोरी हो चुकी है। पंखा और बिजली के तार गायब होते रहते हैं।
विद्यालय का संचालन वर्ष 2006 से किया गया था। हायर सेकेण्डरी के रूप में वर्ष 2018-19 में उन्नयन किया गया। कक्षा 9 से 12 वीं में वर्तमान में 293 छात्र संख्या दर्ज हैं। कक्षा 9 में सबसे ज्यादा 126 विद्यार्थी हैं। 10 वीं 60, 11 वीं में 42 तथा 12 वीं में 65 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्यालय में शिक्षकों की कमी भी एक समस्या है। स्वीकृत 18 पदों में मात्र 4 पर नियमित टीचर हैं। 10 पदों पर अतिथि शिक्षकों से काम लिया जा रहा है।
विद्यालय में इस तरह की है समस्या
देवरी नंबर 1 स्कूल में बाउण्ड्रीवाल नहीं होने से पालतू व जंगली जनवरों का खतरा बना रहता है। नए भवन में 13 कमरे हैं, इनमें 8 में कक्षाएं संचालित होती हैं। कई कमरों में दरारें आनी शुरु हो गई हैं। अतिरिक्त कक्ष में बना टायलेट हैण्डओवर नहीं लिया गया क्योंकि उसमें गड्ढा दो फिट का ही बना है। विज्ञान के लैब हैं लेकिन शिक्षक नहीं होने के कारण बच्चे पै्रक्टिकल नहीं कर पाते। कम्प्यूटर शिक्षक नहीं होने से स्मार्ट क्लास नहीं लगती। एग्रीकल्चर के टीचर नहीं है। स्काउट गतिविधियां कभी कभार ही होती हैं। खेल मैदान नहीं होने के कारण गतिविधियां नहीं हो पातीं। 
इनका कहना है
-शिक्षकों की कमी है, नि
यमित शिक्षकों की पदस्थापना हो जाए तो बेहतर होगा। भृत्य व चौकीदार नहीं होने से सफाई व अन्य कार्य के लिए परेशान होना पड़ता है। विभाग में पत्राचार किया गया है।
-रामनरेश मौर्य, प्रभारी प्राचार्य
 

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