70 रुपए के लिए टीचर ने स्कूली छात्रा के उतरवाए कपड़े

70 रुपए के लिए टीचर ने स्कूली छात्रा के उतरवाए कपड़े

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-04 07:30 GMT
70 रुपए के लिए टीचर ने स्कूली छात्रा के उतरवाए कपड़े

डिजिटल डेस्क दमोह। नगर के शासकीय रानी दुर्गावती स्कूल में गुरवार को एक छात्रा के रुपए चोरी होने पर एक छात्रा के तलाशी के नाम पर कपड़े उतरवाए जाने का मामला सामने आया है वहीं जब छात्रा ने अपने साथ हुई इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी तो उनके द्वारा स्कूल पहुचकर अपना विरोध जताया गया। वहीं परिजनों और शिक्षकों की मौजूदगी में छात्रा ने अपने साथ होने वाली घटना को स्वीकारा लेकिन घटना के समय स्कूली शिक्षिकाओं की मौजूदगी होने से मना कर दिया।
यह है मामला
टाकीज चौराहा स्थित रानी दुर्गावती कन्या विद्यायल में गुरुवार को अंतिम पीरियड कराटे का होने के चलते छात्राएं स्कूल के मैदान पर गई थी वहीं कुछ छात्राएं शाला के अंदर ही थी। इसी दौरान कक्षा दसवीं में अध्यनरत एक छात्रा ने स्कूल में मौजूद शिक्षिकाओं से अपने बैग में रखे 70 रुपए चोरी होने की शिकायत की और अपने पीछे वैठी छात्राओं पर अपना शक जताया। छात्रा की शिकायत को सुनकर शिक्षिकाओं ने मौखिक रुप से छात्रा को अन्य छात्राओं की तलाशी लेने के लिए कहा जिसके बाद चोरी की शिकायत करने वाली छात्रा ने अपनी सहपाठी छात्रा की पहले वैग की तलाशी ली और उसके बाद छात्रा के कपड़ो में पैसे छिपे होने का संदेह जताते हुए उसके कपड़े उतरवा लिए।
घटना के बाद परिजनों को दी जानकारी
इसी दौरान स्कूल की छुट्टी होने के चलते इस घटना पर किसी का ध्यान नहीं गया और सभी छात्राएं और बच्चे अपने घर चले गए। वहीं पीडि़त छात्रा ने अपने घर पहुचकर घटना के संबंध में अपने परिजनों को जानकारी दी। बच्ची के साथ तलाशी के दौरान की गई इस प्रकार की घटना से परिजन आक्रोशित हो गए और उनके द्वारा शुक्रवार को स्कूल पहुचकर मामले में अपना विरोध जताया।
पीडि़ता को बुलाया तो बदल गए वयान
स्कूल पहुची बच्ची की माँ किरण अहिरवाल व दादी मालती अहिरवाल ने आरोप लगाया कि उनकी बच्ची के द्वारा घर पर कपड़े उतरवाने के लिए शिक्षिकाओं द्वारा अन्य छात्राओं को आदेश दिए जाने की बात और उनके आने के बाद ही कपड़े दुबारा पहनने की बात कही गई है।  वहीं जब मामले में स्कूल में मौजूद शिक्षिकाओं ने खुद को अनभिज्ञ बताते हुए कहा कि उनके द्वारा सिर्फ बैग की तलाशी लेने के लिए कहा गया था और इसके अलावा क्या हुआ इसकी उन्हें जानकारी भी नहीं है। इस मामले के तीसरा पक्ष जिस छात्रा के पैसे चोरी हुए थे वह भी मामले की गंभीरता को देखकर सहम गई और रोते हुए अपने पैसे चोरी होने की बात कहती हुई अपनी सफाई देने लगी। इस दौरान पीडि़त लड़की के परिजन अपनी बच्ची को विना किसी दवाव के घर में कही गई बात को सबके सामने बताने के लिए कहा लेकिन बालिका ने काई प्रतिक्रिया नहीं दी।
मात्र दो शिक्षिकाओं के भरोसे थी शाला
स्कूल में छात्राओं के कपड़े तालाशी के नाम पर किस के कहने पर  उतरवाए गए यह जांच का विषय है लेकिन एक कन्या शाला में स्कूल के दौरान सिर्फ दो शिक्षिकाओं का होना भी एक प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। घटना वाले दिन स्कूल प्राचार्य रीता असाटी छुट्टी पर बताई जा रही है । इसके अलावा कुछ शिक्षकों के प्रशिक्षण में जाने व छुट्टी पर होने के चलते सिर्फ दो शिक्षिकाएं स्कूल में मौजूद बताई गई। ऐसे में दो शिक्षिकाओं के भरोसे स्कूल होने और ऐसी घटनाओं से उनके अनभिज्ञ रहा जाना स्कूल व्यवस्थाओं को कटघरे में खड़ा करता है।
इनका कहना है
स्कूल की छुट्टी का समय था और स्कूल में सिर्फ दो शिक्षिकाएं थी। जिस छात्रा के पैसे चोरी गए थे वह रोती हुई आई तो हमारे द्वारा बैग की तलाशी के लिए कहा गया लेकिन कपड़े कब उतरवाए गए हमें जानकारी
नहीं और न हमने ऐसा करने के लिए कहा।
ज्योति असाटी , प्रभारी प्राचार्य

 

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