ग्रामीण शालाओं में जाना नहीं चाहते शिक्षक, अधिकतर जिला मुख्यालय के पास आने के इच्छुक 

ग्रामीण शालाओं में जाना नहीं चाहते शिक्षक, अधिकतर जिला मुख्यालय के पास आने के इच्छुक 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-12 08:12 GMT
ग्रामीण शालाओं में जाना नहीं चाहते शिक्षक, अधिकतर जिला मुख्यालय के पास आने के इच्छुक 

डिजिटल डेस्क, शहडोल। नवीन शिक्षक संवर्ग के लिए ट्रांसफर पॉलिसी लागू होने के बाद अधिकतर शिक्षक जिला मुख्यालय या इसके आसपास के स्कूलों में आना चाहते हैं। 10 जुलाई तक भरे गए कुल आवेदन में 30 फीसदी से अधिक शिक्षकों ने अपना पहला विकल्प शहडोल या आसपास के गांव को दिया है। अधिकांश ग्रामीण शालाओं के शिक्षक शहरी शालाओं या फिर उसके आसपास की शालाओं में स्थानांतरण चाहते हैं। ग्रामीण शालाओं में जाने की रूचि बहुत कम शिक्षकों ने दिखाई है।  

पांच स्कूलों का विकल्प देना था

जिले के भीतर एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक के स्कूलों में जाने के लिए कुल 302 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। आवेदन में शिक्षकों को पांच स्कूलों का विकल्प देना था। अधिकतर शिक्षकों ने पांच स्कूलों को विकल्प दिया है, जबकि कुछ ने एक या दो विकल्प ही दिए हैं। ट्रांसफर पॉलसी का लाभ उन्हीं को मिला है, जिनका अध्यापक संवर्ग से नवीन शिक्षक संवर्क में संविलियन हो चुका है। जिले में ऐसे शिक्षकों की संख्या 2507 है। वहीं करीब एक हजार अध्यापकों का अभी तक शिक्षक संवर्ग में संविलियन नहीं हुआ है। उनके संविलियन की प्रक्रिया चल रही है।

28 तक देनी है ज्वाइनिंग

जिले के भीतर ऑनलाइन आवेदन वालों के आवेदन विभागीय जिला अधिकारी यानि एसी ट्राइबल के डीडीओ लॉगिन पर प्रदर्शित होने लगे हैं।  सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग आरके श्रौती ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर शिक्षकों की नवीन पदस्थापना के आदेश जारी हो जाएंगे। 28 जुलाई तक शिक्षकों को नए विद्यालय में अपनी ज्वाइनिंग देनी है। 

19 जुलाई तक बढ़ी तिथि

शिक्षा विभाग से आदिम जाति कल्याण विभाग में प्रतिनियुक्ति पर आने वाले शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 जुलाई से बढ़ाकर 19 जुलाई तक कर दी गई है। वहीं सक्षक अधिकारी द्वारा प्राप्त आवेदनों का सत्यापन कर आदेश जारी कर एमपी टास पोर्टल पर अपलोड करने की तिथि भी 20 जुलाई से बढ़ाकर 25 जुलाई तक कर दी गई है। बुधवार को शासन से इसके आदेश जारी हो गए हैं।
 

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