राईस मिल में प्रशासन ने दी दबिश, 1600 बोरी धान जब्त

राईस मिल में प्रशासन ने दी दबिश, 1600 बोरी धान जब्त

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-29 15:12 GMT
राईस मिल में प्रशासन ने दी दबिश, 1600 बोरी धान जब्त



डिजिटल डेस्क कटनी। जिले में पंजाब, उत्तरप्रदेश और अन्य राज्यों से धान खपाने की तैयारी का खेल अभी भी जारी है। शनिवार को राजस्व अमले ने रीठी के डांग गांव में शैलेन्द्र जैन के राईस मिल में दबिश देते हुए 1600 बोरी धान जब्त की। बोरियों में यूपी और पंजाब का सील लगा हुआ था। एक तरफ बाहरी धान का आना शुरु है, और केन्द्रों में खरीदी भी शुरु हो चुकी है। इसके बावजूद परिवहन व्यवस्था का शुभारंभ नहीं हो सका है। शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे तक की स्थिति में 102 केन्द्रों में से 76 में खरीदी शुरु हो गई है। 1580 किसानों से 64 हजार 542 क्विंटल धान की खरीदी भी हो चुकी है। इसके बावजूद महज 17 प्रतिशत धान की उठाव हो सका है। गोदामों तक धान नहीं पहुंचने से स्वीकृत पत्रक अटका हुआ है।
ट्रांसपोर्टर ही तय नहीं-
वर्तमान समय में खरीदी व्यवस्था के संचालन के लिए छह जोन बनाए गए हैं। जिसमें से अधिकांश जोन में ट्रांसपोर्टर ही तय नहीं हो सके हैं। जिसके चलते परिवहन के काम में ब्रेक लगा है। बड़वारा क्षेत्र के ही खरीदी केन्द्र ऐसे हैं। जहां से धान का परिवहन शुरु किया गया है। 76 केन्द्रों में से रोहिनया, बड़वारा, विलायकला, भुड़सा, विपणन कटनी, कटनी-2, कचनारी, सिलौंड़ी, पिलौंजी, कटनी-1, कारीपाथर, सिंदुरसी, हरदुआ में ही पविहन का काम शुरू हो चुका है। अन्य जगहों पर धान खुले आसमान के नीचे ही पड़े हुए हैं। एक तरफ मौसम का रंग बार-बार बदल रहा है तो दूसरी तरफ  खरीदी केंद्र प्रभारी के साथ किसान भी सख्ते में दिखाई दे रहे हैं।
स्वीकृति पत्रक नहीं हुए जारी-
अब तक करीब 12 करोड़ रुपए की धान खरीदी जा चुकी है। इसके बावजूद किसानों को उनकी उपज की कीमत नहीं मिली है। जिससे खरीदी केन्द्रों में उपज बेचने के बाद भी किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। भुगतान में हीला-हवाली को देखते हुए एक तरफ कृषि उपज मंडी में दूर-दूर से किसान अपनी उपज बेचने आ रहे हैं तो वहीं 26 केन्द्र अभी सूने पड़े हुए हैं। आठ से दस केन्द्र ऐसे हैं। जहां पर गिनती के ही किसान अपनी उपज बेचने के लिए पहुंचे हैं। इसके बावजूद स्वीकृति पत्रक जारी होने का काम रुका हुआ है।
इनका कहना है-
स्वीकृत पत्रक नहीं मिलने से किसानों का भुगतान रुका हुआ है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है।
-राजेंद्र तिवारी,  प्रबंधक, जिला सहकारी बैंक कटनी
यूपी, पंजाब की रही धान-
रीठी तहसील के जिस  डांग गांव मेें राजस्व अमले ने कार्यवाही की है। वहां पर दो राज्यों की धान रही। प्रारंभिक पूछताछ में रईस मिलर्स धान के आवक का कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। जिसके चलते धान को जब्त कर ली गई है। मिली जानकारी अनुसार  मुखबिर द्वारा राजस्व अमले को सूचना मिली थी कि रईस मिल के अंदर बड़ी मात्रा में दूसरे राज्य की धान रखी हुई है। जानकारी मिलने केक बाद राजस्व विभाग ने खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम बनाते हुए छापामारा कार्यवाही की। इस संबंध  में तहसीलदार राजेश पाण्डेय ने बताया कि रईस मिल संचालक फिलहाल किसी तरह का वैध दस्तावेज  नहीं दिखा सका है।

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