शहडोल संभाग की 4 नगर पालिका और 10 नगर परिषद चुनाव में दांव पर दो मंत्रियों की साख

शहडोल शहडोल संभाग की 4 नगर पालिका और 10 नगर परिषद चुनाव में दांव पर दो मंत्रियों की साख

Safal Upadhyay
Update: 2022-06-30 11:57 GMT
शहडोल संभाग की 4 नगर पालिका और 10 नगर परिषद चुनाव में दांव पर दो मंत्रियों की साख

डिजिटल डेस्क,शहडोल। संभाग के तीनों जिलों में 4 नगर पालिका और 10 नगर परिषद चुनाव में जैसे-जैसे मतदान का दिन करीब आ रहा है भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेताओं की धड़कनें बढऩे लगी हैं। इसका एक कारण यह भी है कि पहले चरण के पंचायत चुनाव में मतदाताओं ने पार्टियों के बड़े नेताओं को दरकिनार कर नए चेहरों को महत्व दिया। पंचायत चुनाव में दोनों ही पार्टी से जुड़े बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। पंचायत चुनाव के रुझान के बाद दोनों पार्टियों ने नए सिरे से रणनीति बनाना शुरु कर दिया है। 

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने बुधवार को प्रदेश के बड़े नेताओं से वीडियो कांफ्रेसिंग पर चर्चा की तो कांग्रेस ने चुनाव प्रभारियों से हर मोर्चे पर डटकर मुकाबला करने का फरमान जारी किया। निकाय चुनाव में भाजपा को एंटी इंकम्बेंसी की चिंता सता रही है तो टिकट वितरण के दौरान कांग्रेस ने कई वार्डों में इतने कमजोर प्रत्याशी उतार दिए कि उनके लिए मुद्दों को भुना पाना भी मुश्किल हो रहा है।

प्रदेश सरकार ने शहडोल संभाग से दो मंत्री बनाए हैं। इसमें आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह और खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह शामिल हैं। अनूपपुर में दो नपा में टिकट वितरण में बिसाहू लाल की चली भी है। इस चुनाव में दोनों ही मंत्रियों की प्रतिष्ठा इसलिए भी दांव पर है क्योंकि भाजपा सभी सीटों पर अपना अध्यक्ष बैठाना चाहती है। यह अलग बात है कि इस बार अध्यक्ष का रास्ता पार्षदों की जीत से होकर गुजरेगा, जिसे बागी प्रत्याशी बिगाड़ रहे हैं।

धनपुरी में विरोध का अंडर करंट-

शहडोल जिले के धनपुरी नगर पालिका चुनाव में भाजपा के लिए बागी प्रत्याशी मुश्किल खड़ी कर रहे हैं वहीं यहां भ्रष्टाचार और मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी भी बड़ा मुद्दा है। टिकट वितरण के दौरान पूर्व अध्यक्ष की चली, इससे भी जिले से लेकर नगर पालिका के कई नेता नाराज हैं जो पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कांग्रेस पार्टी में कई बड़े चेहरे मैदान से बाहर हो गए तो जो मैदान में हैं उनके लिए भी कहा जा रहा है कि ये लोग कार्यालय में बैठकर समय बिताने वाले हैं। दोनों ही दलों में विरोध का अंडर कंरट फैल रहा है।

उमरिया के वार्ड 16 में पुराने कार्यकर्ता ने कहा- भाजपा ने भूमाफिया को दी तवज्जो

उमरिया नगर पालिका चुनाव में जैसे-जैसे मतदान की तिथि करीब आ रही है, पार्टी लाइन पर चलने वाले कार्यकर्ताओं का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। यहां चर्चाओं में वार्ड 16 है। इस वार्ड पर नामांकन के अंतिम दिन भाजपा ने पुराने कार्यकर्ता और कई पदों पर रहने वाली सुधा द्विवेदी की बहू रश्मि द्विवेदी का टिकट काटकर कुमकुम छतवानी को दे दिया। पार्टी के इस निर्णय के बाद सुधा द्विवेदी विरोध में उतर आईं। उन्होंने मीडिया से कहा था कि जिलाध्यक्ष दिलीप पांडेय ने खुलेआम मनमानी की। 16 नंबर वार्ड से पुराने कार्यकर्ता का टिकट काटकर एक भूमाफिया को तवज्जो दिया गया। कुमकुम छतवानी के पति दीपक छतवानी के खिलाफ जमीन के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला थाने में दर्ज है। 2016 में श्मशान की भूमि पर कब्जे की शिकायत हो चुकी है। निर्माण के लिए नदी तट पर अवैध कब्जे के भी मामले सामने आ चुके हैं। सुधा द्विवेदी ने बताया कि वे 30 साल से ज्यादा समय भाजपा से जुड़ी हैं। संगठन के विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी की सेवा की। पहले महिला मोर्चा में रहने के साथ ही वर्तमान में महिला प्रदेश कार्य समिति में हैं। उमरिया नगर पालिका में टिकट वितरण को लेकर दूसरे पुराने कार्यकर्ता भी गुस्से में हैं। यहां पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा, अरविंद बंसल,

दिनेश त्रिपाठी को भी पार्षद का टिकट नहीं दिया गया। 
वायरल वीडियो में ब्यौहारी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा- पार्टी में विस्फोट के कारण हैं जिलाध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह, जवाब में जिलाध्यक्ष बोले भाजपा के इशारे पर रची जा रही साजिश
सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें ब्यौहारी के कांग्रेस कार्यकर्ता दो टूक कह रहे हैं कि ब्यौहारी कांग्रेस में विस्फोट की कोशिश हुई है तो इसके पीछे जिम्मेदार जिलाध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह हैं। हालांकि दैनिक भास्कर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। वीडियो एक बैठक की है, जिसमें कार्यकर्ता आपस में चर्चा के दौरान कह रहे हैं कि टिकट से पहले खुलेआम कहा जा रहा था कि पचास हजार रुपए दीजिए टिकट फाइनल हो जाएगा। एक लाख रुपए लेकर नाम बदल दिया गया। इधर, वायरल वीडियो में आरोपों को लेकर कांग्रेस पार्टी शहडोल के जिलाध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने कहा कि भाजपा के इशारे पर साजिश रची जा रही है। ब्यौहारी में टिकट के लिए ज्यादातर वार्ड से सिंगल नाम आए थे, कुछेक वार्ड में ही दो नाम थे। ऐसे आरोप वही लगा रहे हैं जो जिनकी कांग्रेस पर आस्था नहीं है।
 

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