बारिश में बढ़ा साँप और गुहेरों का खतरा

वन विभाग को मिल रही रोजाना दर्जनों शिकायतें बारिश में बढ़ा साँप और गुहेरों का खतरा

Abhishek soni
Update: 2022-07-11 17:47 GMT
बारिश में बढ़ा साँप और गुहेरों का खतरा

डिजिटल डेस्क जबलपुर। बारिश का मौसम शुरू होते ही शहर के अधिकांश हिस्सों में साँप और गुहेरोंं के निकलने की घटनाएँ बढ़ गई हैं। जानकारों के अनुसार खेतों, पहाड़ी क्षेत्र व नालों के आसपास बसी बस्तियों में रोजाना जहरीली प्रजाति के साँप, अजगर व गुहेरे निकलने से लोगों को जान का खतरा बना रहता है। उधर वन विभाग के पास रोजाना दर्जनों शिकायतें पहुँच रही हैं, इसके अलावा रेस्क्यू से जुड़े कुछ निजी लोग भी अपने स्तर पर साँप व गुहेरों को पकड़ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों भीषण गर्मी के कारण साँपों के निकलने की घटनाएँ लगातार हो रही थीं। अब बारिश का मौसम शुरू होने के बाद लोगों को साँपों के साथ गुहेरों की दहशत का भी सामना करना पड़ रहा है। जानकारों के अनुसार शहर से लगे खमरिया घाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में एक दर्जन से अधिक गुहेरों को घरों से पकड़ा गया है। इसी तरह गढ़ा क्षेत्र में बाजना मठ, सैनिक सोसायटी, रामपुर व ग्वारीघाट क्षेत्र में गुहेरे व साँप निकल रहे हैं जिससे इन क्षेत्रों की बस्तियों में रहने वाले लोग दहशत में हैं, वहीं लोगों ने इस बात को लेकर आक्रोश जताया कि इस तरह के जीव-जन्तु निकलने की स्थिति में वन विभाग को सूचना दिए जाने के बाद भी टीम समय पर रेस्क्यू के लिए नहीं पहुँचती है और पीडि़तों को रेस्क्यू के लिए निजी तौर पर कार्य करने वालों की मदद लेनी पड़ती है।
घाना बस्ती में दहशत का माहौल
जानकारों के अनुसार सोमवार की सुबह घाना निवासी राजू सेन के घर में करीब 3 फीट लंबी गोह घुस गई थी। गोह को देखने के बाद पूरा परिवार दहशत में घर के अंदर जाने से डर रहा था। इसकी सूचना क्षेत्रीय लोगों द्वारा फॉरेस्ट ऑर्गनाइजेशन के शंकरेंदु नाथ को दी गई। वे मौके पर पहुँचे और घर के अंदर से गुहेरे को निकालने काफी मशक्कत की लेकिन गुहेरा पकड़ा नहीं जा सका।
नाले के रास्ते आ रहे गुहेरे
उधर पोलीपाथर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में कई गुहेरे निकल चुके हैं। गत दिवस पोलीपाथर में रहने वाले ब्रजेश सेन के घर करीब तीन फीट लंबी गोह घुस गई थी जिसे सर्प विशेषज्ञ मुकेश तिवारी द्वारा पकड़ा गया था। उधर बस्ती के लोंगो का कहना है कि बस्ती के पास नाला होने के कारण इस तरह की घटनाएँ हो रही हैं।

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