30 जून को तबादला और 2 जुलाई को कार्यालय अधीक्षक ने लगा ली फांसी, प्रताड़ना का आरोप

30 जून को तबादला और 2 जुलाई को कार्यालय अधीक्षक ने लगा ली फांसी, प्रताड़ना का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-02 12:38 GMT
30 जून को तबादला और 2 जुलाई को कार्यालय अधीक्षक ने लगा ली फांसी, प्रताड़ना का आरोप

डिजिटल डेस्क, कटनी। नगर निगम में पदस्थ कार्यालय अधीक्षक के पद कार्यरत कैलाश चंद्र तिवारी ने देवरीटोला स्थित अपने घर में पंखे में लटक कर फांसी लगा ली। स्व.श्री तिवारी का दो दिन पहले ही 30 जून को निगमायुक्त ने उप कार्यालय माधवनगर स्थानांतरण किया था। कार्यालय अधीक्षक के फांसी लगाने पर कांग्रेस ने महापौर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वहीं मृतक के पुत्र ने स्थानांतरण होने पर पिता के तनाव में रहने और कार्यालय में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। महापौर ने इसे कांग्रेस की ओछी मानसिकता निरुपित किया है।

फिलहाल माधवनगर पुलिस ने मर्ग प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है। पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइट नोट नहीं मिला, पुलिस ने आत्महत्या के कारणों का पता लगाने मृतक का मोबाइल जब्त किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुबह सात बजे तक जब कैलाश तिवारी सोकर नहीं उठे तब पुत्र रविकांत ने उनके कमरे में जाकर देखा। पुत्र ने पिता को पंखे में फांसी के फंदे में लटके देखा तब मां को जानकारी दी। परिजन तत्काल लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि कैलाश चंद तिवारी ने नायलोन की रस्सी का फंदा बनाया और पंखे पर लटक गए।

पुत्र ने कहा तनाव में रहते थे
मृतक के पुत्र रविकांत तिवारी ने मीडिया के सामने आरोप लगाया है कि उनके पिता का माधवनगर स्थानांतरण कर दिया था, जिससे वह तनाव में रहते थे। रविकांत ने बताया कि वह मां (मृतक की पत्नी) से आफिस में परेशान करने की बात बताते थे।

कांग्रेस ने लगाया आरोप
कांग्रेस पार्षद राजेश जाटव एवं कांग्रेस नेता राजा जगवानी ने इस महापौर और निगमायुक्त को निशाने पर लिया है। दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि दोनों लोग अपने लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर बैठा कर मनमाने काम कराना चाहते हैं। पार्षद जाटव ने कहा कि आधी रात तक कर्मचारियों से काम लिया जाता है। कमिश्नर पर दबाव डालकर महापौर द्वारा कर्मचारियों के ट्रांसफर किए जाते हैं। कांग्रेस नेता राजा जगवानी ने जिला प्रशासन से कार्यालय अधीक्षक की आत्महत्या की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

लाश पर राजनीति कर रही कांग्रेस
महापौर शशांक श्रीवास्तव ने कैलाश चंद्र तिवारी की आत्महत्या पर दुख जताया है और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। कांग्रेस के आरोपों के सवाल कर पर महापौर ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कांग्रेस लाश पर राजनीति कर रही है। महापौर ने कहा कि उन्हे ट्रांसफर की जानकारी नहीं है। वे स्व.श्री तिवारी की अंत्येष्ठि में भी शामिल हुए थे और उनके दोनों पुत्रों से मिलकर संवेदना व्यक्त की है। महापौर ने कहा कि लाश पर अनावश्यक राजनीति करने वाली कांग्रेस का पार्षद और नेता केवल सोशल मीडिया पर तक सीमित हैं, इनमें से कोई अंत्येष्ठि में भी शामिल नहीं हुआ।

दो दिन पहले हुआ था तबादला
नगर निगम आयुक्त टी.एस.कुमरे ने दो दिन पहले 30 जून को कैलाश चंद्र तिवारी का उप कार्यालय माधवनगर स्थानांतरण किया था। उनका प्रभार सहायक कार्यालय अधीक्षक अनिल शर्मा को दिया गया था। कमिश्नर द्वारा जारी आदेश क्रमांक 2172/ स्टेनो/ आ./ 2018-19 दिनांक 30/06/2018 में लेख किया गया है कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का समाधानकारक निराकरण न करने, मुख्य स्थापना शाखा के निर्धारित समयबद्ध अनुसार  प्रकरणों में कार्यवाही नहीं किए जाने, विनियमितीकरण  की कार्यवाही पूर्ण नहीं किए जाने, अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों का निराकरण नहीं करने, आवक-जावक की डाक पत्रों का समय पर वितरण नहीं कराने आदि के संबंध में स्पष्टीकरण/ कारण बताओ नोटिस जारी किए।

फलत: श्री तिवारी द्वारा कार्य व्यवस्था में सुधार नहीं लाया जा रहा है। जिससे कार्यालयीन कार्य व्यवस्था प्रभावित हो रही है। वस्तुत: श्री तिवारी कार्यालय अधीक्षक के कार्य हेतु उपयुक्त नहीं पाए गए हैं।

इनका कहना है
देवरीटोला निवासी कैलाशचंद्र तिवारी के आत्महत्या की सूचना सुबह नौ बजे मिली थी। पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतक के पास से कोई सुसाइट नोट नहीं मिला। उनका मोबाइल जब्त किया है। परिवार के लोगों के बयान अभी नहीं हुए हैं। जिससे आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है।
मंजीत सिंह, निरीक्षक, माधवनगर थाना

 

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