सौतेली मां को मारने पिस्टल खरीदने पहुंचा बिहार, पुलिस ने दबोचा

सौतेली मां को मारने पिस्टल खरीदने पहुंचा बिहार, पुलिस ने दबोचा

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-28 09:45 GMT
सौतेली मां को मारने पिस्टल खरीदने पहुंचा बिहार, पुलिस ने दबोचा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नागपुर एटीएस ने रेलवे स्टेशन परिसर से गत दिनों युवक संजय संदीपान खरे अशोकनगर यवतमाल और उसके दोस्त सुपत सिंह लक्ष्मीपुर नवागढ़ मुंगेर बिहार निवासी को धरदबोचा था। एटीएस ने इन दोनों को नक्सलियों को हथियार सप्लाय करने के संदेह में धरदबोचा है। दोनों आरोपी फिलहाल 6 दिनों की रिमांड पर हैं। सूत्रों से पता चला है कि संजय खरे के पिता संदीपान खरे पुलिस विभाग में अधिकारी थे। उनका बार भी यवतमाल में था। संदीपान की मौत के बाद उसका बार बंद हो गया। संजय की सौतेली मां उसके पिता की संपति में हिस्सा मांग रही थी। संजय ने एटीएस को बताया कि वह अपनी सौतेली मां को मारने के लिए बिहार से यह दोनों पिस्टल खरीदकर लाया था। एक पिस्टल वह यवतमाल के कोयला माफिया को बेचने वाला था। दूसरी पिस्टल को अपनी सौतेली मां को जान से मारने के लिए अपने पास ही रखने वाला था। आरोपी संजय और उसका साथी सुपत सिंह फिलहाल एटीएस की रिमांड पर है। संजय और सुपत सिंह से गहन पूछताछ की जा रही है। 

सौतेली मां की हिस्सेदारी से था परेशान

सूत्रों के अनुसार संजय ने अपने पिता के बियर बार को शुरू किया था,परंतु उसकी सौतेली मां उसमें भी हिस्सेदारी मांगने लगी थी। जिसके चलते उसको बार किराए पर देना पड़ा, बाद में बार बंद हो गया। संजय इस कदर परेशान हो गया था कि उसने सौतेली मां को मारने की साजिश बना ली।  हालांकि संजय की इस बात पर एटीएस को पूरी तरह एतबार नहीं हुआ है। उनका मानना है कि हो सकता है कि संजय को मनगढंत कहानी बना रहा है। बता दें कि गत दिनों नागपुर एटीएस ने संजय खरे और सुपत सिंह को रेलवे स्टेशन परिसर से धरदबोचा था। संजय और सुपत सिंह के बीच लिंक कैसे जुड़ा है। इस बारे में भी पूछताछ की जा रही है। 
 

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