पुलिस के लिए अबूझ पहेली, एक वर्ष के अंतराल में चार जगहों पर इसी तरह से आ चुकी है तस्वीर

खेत की मेढ़ पर मिला युवती का कंकाल पुलिस के लिए अबूझ पहेली, एक वर्ष के अंतराल में चार जगहों पर इसी तरह से आ चुकी है तस्वीर

Safal Upadhyay
Update: 2022-11-15 10:20 GMT
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डिजिटल डेस्क,कटनी। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में मिले नर कंकाल पुलिस के लिए पहेली बनकर कर रह गई है। जिसमें से कई कंकालों के पहचान की फाइल लैब में ही वर्षों से धूल खा रही है। एक वर्ष के अंतराल में ही तीन कंकालों के मामले में सफलता नहीं मिली थी कि बाकल थाना क्षेत्र के खम्हरिया में फिर से कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। पहचान के नाम पर 12 घंटें के अंतराल में महज यह पता चला कि उक्त कंकाल किसी महिला की है। अधिकारियों का कहना है कि डीएनए सैंपल लैब भेजा जाएगा। रिपोर्ट के बाद ही कंकाल की वास्तविक पहचान हो सकेगी।

घांस के बीच लोगों ने देखा

बाकल थाना क्षेत्र के खम्हरिया गांव में भक्ता टोला के समीप खेत से कुछ लोग गुजरे तो देखे की मेढ़ में झाडिय़ों के बीच एक शव पड़ा हुआ है। शव पूरी तरह से गलते हुए कंकाल में तब्दील हो चुका था। इसकी जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। मौके पर थाना प्रभारी किशोर द्विवेदी, उपनिरीक्षक अजय सिंह पहुंचे। मौके पर लडक़ी के जूते भी पड़े थे। कपड़ा और हुलिया के आधार पर कंकाल की पहचान युवती के रुप में की गई। पैर में लोहे की रॉड भी पड़ी थी। संभावना व्यक्त की जा रही है कि किसी घटना में युवती का पैर फ्रैक्चर हो गया था। इलाज के दौरान पैर में रॉड डाली गई थी। कंकाल मिलने की जानकारी आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ अन्य थानों को भी दी गई। दोपहर तक जब किसी तरह की पहचान नहीं हुई तो पुलिस ने लावारिस समझाकर दफना दिया।

बिखरी थी हड्डियां

विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र में भी इसी वर्ष दो नर कंकाल मिले थे। तीन माह बीतने के बाद भी अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि उक्त कंकाल पुरुष का रहा या फिर महिला का। पीएम रिपोर्ट के बाद डीएनए परीक्षण के लिए उसी समय थाने से सैंपल लैब भेज दिए गए थे। गौरतलब है कि इस थाना क्षेत्र के बंजारी रिजर्व फॉरेस्ट क्रमांक 18 में अगस्त माह में और रिजर्व फॉरेस्ट क्रमांक 68 में सितम्बर में सूनसान क्षेत्र में कंकाल की हड्डियां बिखरी हुई मिली थी। सूनसान क्षेत्र की  तरफ जब चरवाहे या फिर अन्य ग्रामीण गए थे तो उन्होंने ही सबसे पहले कंकाल देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी थी।

दो माह बाद पुलिस ने दर्ज की थी एफआईआर स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत शहडार के जंगल में भी पिछले वर्ष 5 अगस्त 2021 को युवती का कंकाल मिला था। घटना का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि पुलिस ने दो माह बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। मामला आगे बढ़ता और जांच पूरी होती कि उसी बीच में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक का यहां से तबादला हो गया। जिसके बाद युवती के कंकाल का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इसी तरह से और अन्य जगहों पर भी कंकाल मिले थे। जिसमें कुछ मामलों में पुलिस को सफलता भी मिल चुकी है।

उमरियापान में 11 वर्ष से उलझा यह मामला

यह मामला उमरियापान थाना क्षेत्र का है। जहां पर 11 वर्ष बीतने के बाद भी पुलिस को किसी तरह की सफलता नहीं मिली है। परिजनों के आंखों में आज भी आंसू हैं। यहां पर एक छात्रा स्कूल के लिए निकली थी और रास्ते में लापता हो गई। कुछ दिन बाद क्षेत्र के ही एक कुएं में अज्ञात लडक़ी का बोरी में बंधा कंकाल मिला था। जिसकी जानकारी परिजनों को दी गई। डीएनए टेस्ट आया तो अपह्त छात्रा से उस कंकाल का कोई संबंध नहीं रहा। यह मामला भी पिछले कई वर्षों से उलझा हुआ है। माता-पिता को आज भी आशा है कि उनकी बेटी कहीं सुरक्षित है और वह एक दिन जरूर घर लौटेगी।
 

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