विराट मंदिर में सुबह से लगी रही कतार, हर-हर महादेव के गूंजते रहे जयकारे

महाशिवरात्रि पर लोगों ने चढ़ाया जल, जगह-जगह भंडारे का आयोजन विराट मंदिर में सुबह से लगी रही कतार, हर-हर महादेव के गूंजते रहे जयकारे

Abhishek soni
Update: 2022-03-01 18:02 GMT
विराट मंदिर में सुबह से लगी रही कतार, हर-हर महादेव के गूंजते रहे जयकारे

डिजिटल डेस्क शहडोल। महाशिवरात्रि पर पर्व पर मंगलवार को पूरा शहर भक्तिमय रहा। सुबह से ही शिवालयों में भक्तों की भीड़ लगी हुई। लोगों ने जल चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। ऐतिहासिक विराट शिव मंदिर और विराटेश्वरी धाम में तो दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। नगर के जगह-जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया था। विराट मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी थी। सुबह करीब 7 बजे ही दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच चुके थे। जैसे जैसे समय बीतता गया भक्तों की संख्या बढ़ती गई। दोपहर में मुख्य गेट से लेकर मंदिर के प्रमुख द्वारा तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी थी। परिवार सहित पहुंचे लोग बोल बम के जयकारे लगा रहे थे। मंदिर प्रांगण के बाहर भंडारे का भी आयोजन किया गया था। वहीं गांधी चौक सहित कुछ स्थानों पर शिव भक्तों भांग भी पिलाई गई।
नगर की पहचान विराट मंदिर, पांडव काल से जुड़ा है इतिहास  
विराट शिव मंदिर शहर की पहचान है वहीं इसका ऐतिहासिक महत्व भी है। मान्यता है कि राजा विराट ने इस भव्य शिव मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर का इतिहास पांडवों के अज्ञात वास के कार्यकाल से भी जुड़ा है। यह मंदिर वास्तुशास्त्र का अदभुद उदाहरण है। इसे इस तरह से बनाया गया है कि सूरज की पहली किरण शिवलिंग पर पड़ती है। मकर संक्राति पर मंदिर प्रांगण में मेले का आयोजन किया जाता है। हालांकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण मेला नहीं लगा था। वहीं महाशिवरात्रि पर विशेष पूजा होती है। हर वर्ष यहां श्रद्धालुओं का तांता लगता है। इस वर्ष काफी संख्या में लोगों ने मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया।
दुर्गा मंदिर और सिंहपुर मंदिर में हुई विशेष पूजा
स्थानीय दुर्गा मंदिर विरोटेश्वरी धाम में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी थी। सबसे ज्यादा संख्या लड़कियों की थी। घर से ही लोटे में जल लेकर महिलाएं और लड़कियां मंदिर पहुंच रही थीं। यहां सभी ने माथे पर भोले का तिलक भी लगवाया। तिलक लगवाने के लिए लोग लाइन में लगे हुए थे। विराट मंदिर में भी दर्शन करने के लिए बाद लोग तिलक लगवा रहे थे। मंदिर परिसर में शाम करीब पांच बजे से विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। महाशिवरात्रि पर मंदिर की रौनक देखते ही बन रही थी। इसके अलावा कंकाली मंदिर में भी काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने के लिए पहुंचे। सिंहपुर स्थित काली मंदिर  प्रांगण  में महाशिवरात्रि पर शिव मंदिर में रूद्री अष्टाध्यायी वेद मंत्र से भगवान भोलेनाथ का विशेष  अभिषेक किया गया। 4 घंटे लगातार दूध, दही, घी, शक्कर, शहद आदि से अभिषेक कर पूजा की गई। इस कार्य के यजमान अमरेंद्र तिवारी, शिव नारायण रहे। साथ ही भंडारा प्रसाद विवरण भी हुआ। काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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