करंट लगाकर किया था बाघ का शिकार, 15 दिन पुराना है शव, एक गिरफ्तार 

 करंट लगाकर किया था बाघ का शिकार, 15 दिन पुराना है शव, एक गिरफ्तार 

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-17 13:09 GMT
 करंट लगाकर किया था बाघ का शिकार, 15 दिन पुराना है शव, एक गिरफ्तार 

बीटीआर के पनपथा बफर एरिया में मिला था रेत में दबा शव, 15 दिन के भीतर इस तरह की दूसरी घटना 
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर एरिया से लगे वन क्षेत्र से रविवार को एक बाघ का शव बरामद किया गया। शव को नाले के पास रेत में गड़ा मिला था। मामले की जांच में सामने आया है कि शव वयस्क बाघ का है और करंट लगाकर उसका शिकार किया गया था। शव करीब 15 दिन पुराना बताया जा रहा है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।  
   मामले की जांच ब्यौहारी एसडीओ की अगुवाई में चल ही है। वन विभाग के प्रकरण दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। इस बीच एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी अभी कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं। पिछले 15 दिनों में इस तरह की एक दूसरी घटना है। इससे पहले 5 नवंबर को गोहपारू वन परिक्षेत्र अंतर्गत भी इस तरह की घटना सामने आ चुकी है। वहां भी करीब तीन माह पहले करंट लगाकर बाघ की शिकार किया गया था और शव को गाड़ दिया गया था। जब शव गलने लगा तो उसके अंग की तस्करी तैयारी थी। इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं मुख्य आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है। 
सामान्य वन मंडल क्षेत्र में सक्रिय हैं शिकारी 
जिले में हुई बाघों के शिकार की दोनों घटनाओं का स्वरूप एक जैसा है। करंट लगाकर पहले बाघ का शिकार किया गया फिर उनको जमीन में दफना दिया गया। इससे प्रतीत होता है कि क्षेत्र में शिकारियों का गिरोह सक्रिय है। ये दोनों मामले तो सामने आ गए हैं। हो सकता है कि इस तरह की और घटनाएं जिले में हो चुकी हों, लेकिन उसका अब तक पता नहीं चल पाया है। क्षेत्र के वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट पहले भी इस तरह की आशंका जता चुुके थे। इस बारे में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न माध्यमों से सूचित भी किया गया था। इसके बाद भी बाघों की निगरानी के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गई। 
घूम रहे एक दर्जन से अधिक बाघ
बांधवगढ़ टाइगर रिवर्ज और संजयगांधी टाइगर रिजर्व के बीच के कॉरीडोर में सामान्य वन क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक बाघ अपनी टेरीटेरी बनाने के लिए घूम रहे हैं। बीटीआर से लगे सोन नदी के किनारे गोहपारू, जयसिंहनगर और पपौंध के इलाकों में और संजय गांधी टाइगर रिजर्व से लगे बनास नदी के किनारे के अमझोर, सरवाही और आखेटपुर क्षेत्र में बाघों का मूवमेंट लगातार रहता है। लेकिन इनकी सही मॉनीटरिंग नहीं हो पा रही है। सामान्य वन मंडल में इनकी मौजूदगी की जानकारी होने के बाद भी विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यही कारण है कि पिछले 15 दिनों के भीतर दो बाघों के शिकार के मामले सामने आ गए। 
इनका कहना है
ब्यौहारी पश्चिम वन परिक्षेत्र में बाघ में का शव बरामद किया गया है। बाघ का करंट लगाकर शिकार की किया गया है। ब्यौहारी एसडीओ की अगुवाई में मामले की जांच की जा रही है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की गिरफ्तारी भी जल्द हो जाएगी।
पीके वर्मा, सीसीएफ वन वृत्त शहडोल

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