बिना एसी दौड़ती रही ट्रेन, खफा यात्रियों ने चैन पुलिंग की

बिना एसी दौड़ती रही ट्रेन, खफा यात्रियों ने चैन पुलिंग की

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-13 09:00 GMT
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डिजिटल डेस्क, कटनी। बरौनी से गोंदिया जा रही एक्सप्रेस की दो कोच के एसी बंद होने से ट्रेन के कटनी पहुंचने पर यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया। यात्रियों के अनुसार बरौनी से बंद एसी के साथ ट्रेन को रवाना किया गया था। गर्मी में परेशान यात्रियों ने कोच में मौजूद कर्मचारियों से एसी सुधारने कहा था लेकिन कटनी पहुंचने पर भी सुधार नहीं किया। कटनी स्टेशन से रवाना होते ही यात्रियों ने चैन खींचकर ट्रेन को रोक दिया। एक घंटे तक प्लेटफार्म में हंगामे की स्थिति बनी रही। परेशान यात्रियों ने रेलवे की हेल्प लाइन एवं जबलपुर मुख्यालय में मैसेज कर एसी ठीक न होने तक ट्रेन को आगे बढ़ने से रोकने का ऐलान कर दिया। जिससे रेलवे में हड़कंप का माहौल बन गया। प्लेटफार्म पहुंचे जीआरपी-आरपीएफ के साथ ही रेलवे अधिकारियों को यात्रियों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा। इस दौरान ट्रेन 50 मिनट तक प्लेटफार्म पर खड़ी रही। रेलवे अधिकारियों ने टेक्नीकल स्टाफ से एसी ठीक कराने का प्रयास किया लेकिन एसी ठीक नहीं हो सके। काफी समझाईश के बाद ट्रेन बंद एसी के साथ ही गोंदिया के लिए रवाना कर दी गई। निर्धारित समय से सात घंंटे लेट रही ट्रेन दोपहर 2.32 बजे कटनी पहुंची और यहां यह ट्रेन 3.47 बजे गोंदिया की ओर रवाना हो सकी।

कोच बदलने पर अड़े रहे यात्री
बरौनी-गोंदिया ट्रेन के बी-1 के साथ एक्स्ट्रा बी-1 बोगी में एसी बंद रहे। परेशान यात्रियों अमरनाथ जायसवाल, रामलाल पांडे, सोनू खानवानी, ज्ञानचंद पटेल का कहना था कि या तो दोनों कोचों में बंद पड़े एसी सुधारे जाएं या फिर कोच बदल दिए जाएं। रेलवे डिप्टी एसएस कामर्शियल अशोक कुमार एवं शीतल सिंह का कहना था कि स्टेशन पर एक्स्ट्रा कोच बदले जाने की व्यवस्था नहीं है। तकनीकी स्टाफ के अनुसार एसी का बायलर खराब था जिसे बदलने के लिए कोचिंग डिपो मेें उसे भेजना जरूरी है। इसी बात को लेकर लगभग एक घंटे तक यात्रियों और रेलवे स्टाफ में बातचीत जारी रही। 

बच्चों से लेकर बड़ों की हालत खराब
गुस्साए यात्रियों का कहना था कि बरौनी स्टेशन से ही दोनों कोच के एसी बंद हैं। इस बात की सूचना यात्रियों ने बनारस सतना, मैहर में भी दी। लेकिन उन्हें कटनी में सुधार होने की जानकारी दी गई थी। यात्रियों का कहना था बंद रहने से कोच के अंदर छोटे-छोटे बच्चे गर्मी में झुलस रहे हैं। गर्मी के कारण कई यात्रियों का स्वास्थ्य भी बिगड़ रहा है। रेल कर्मचारियों द्वारा जब एसी मेें सुधार करने में असमर्थता जताई तो गुस्साए यात्रियों ने एसी के विंडो ग्लास तोड़ने का भी प्रयास किया। जीआरपी-आरपीएफ की समझाईश और हस्तक्षेप से यात्रियों को ऐसा करने से रोका गया। परेशान यात्रियों के अनुसार रेलवे द्वारा व्यवस्था न करने पर उन्हें टिकिट के पैसे वापस देने की मांग की गई। रेल मुख्यालय एवं स्टेशन प्रबंधन द्वारा बताया गया कि कटनी में कोचिंग डिपो और रिपेयरिंग वर्कशॉप नहीं है। समझाईश के बाद यात्रियों का गुस्सा शांत हुआ।

इनका कहना है
बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस में बी-1 एवं एक्स्ट्रा बोगी में एसी काम नहीं कर रहे थे। कटनी मेें तकनीकी स्टाफ को बुलाकर समस्या दूर करने प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। कोच बदलने की व्यवस्था कटनी में नहीं है। समझाईश के बाद ट्रेन आगे रवाना की गई है। - संजय दुबे, स्टेशन प्रबंधक
 

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