बारह हजार हेक्टेयर की फसल बर्बाद - मुआवजा के लिए किसानों को करना पड़ेगा इंतजार
बारह हजार हेक्टेयर की फसल बर्बाद - मुआवजा के लिए किसानों को करना पड़ेगा इंतजार
डिजिटल डेस्क कटनी । पहले तो मौसम रुठा रहा, किसानों ने किसी तरह से सिंचाई कर फसलों को बचाया तो अंतिम समय में स्मट रोग ने फसलों को चौपट करते हुए अन्नदाताओं को बर्बादी की कगार पर ला खड़ा किया। अधिकारियों ने तो सर्वे किया लेकिन यह राशि कब मिल पाएगी। इस संबंध में अधिकारी अभी कुछ बताने को तैयार नहीं हैं। यह व्यस्था उन हजारों किसानों की है। जिनकी फसल स्मट रोग से बर्बाद हो गई। कृषि विभाग ने जब बर्बाद फसलों का निरीक्षण किया तो उसने पाया कि यह रोग ऐसा रहा कि खेतों में पकी फसल इससे प्रभावित हुई। रोग लगने के कारण फसलों की उत्पादन क्षमता में असर पड़ा हैं। वहीं जो फसल बचे हुए भी हैं। उनकी भी गुणवत्ता भावित हुई है। किसान विभाग ने प्रारंभिक रुप में माना है कि जिले की करीब बारह हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है।
बारह हजार हेक्टेयर में असर
जिले भर में करीब बारह हजार हेक्टेयर की फसल इस रोग से खराब हुई है। जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं। वे मुआवजा को लेकर कृषि विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों की तरफ आश लगाए हुए हैं।
अधिकारियों को दिया था जिम्मा
रोग लगने पर किसानों में ऊहापोह की स्थिति निर्मित हुई। जिसके बाद राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों की डयूटी कलेक्टर ने सर्वे के लिए लगाई।ताकि वास्तविक स्थिति का पता लगाते हुए किसानों को राहत दिए जाने का काम किया जा सके।
इनका कहना है
स्मट रोग से खरीफ की फसल बर्बाद हुई है। सर्वे का काम किया गया है। करीब बारह हजार हेक्टेयर की फसल बर्बाद हुई है। मुआवजा संबंधी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है, ताकि किसानों को जल्द राहत मिल सके।
- ए.के. राठौर, उपसंचालक कृषि विभाग कटनी