कुपोषण दूर करने आंगनबाड़ी केंद्रो में उगाई जाएंगी सब्जियां, रिलायंस के साथ हुआ करार 

कुपोषण दूर करने आंगनबाड़ी केंद्रो में उगाई जाएंगी सब्जियां, रिलायंस के साथ हुआ करार 

Tejinder Singh
Update: 2018-03-29 14:35 GMT
कुपोषण दूर करने आंगनबाड़ी केंद्रो में उगाई जाएंगी सब्जियां, रिलायंस के साथ हुआ करार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कुपोषण निर्मूलन के लिए प्रदेश के 25 हजार से अधिक आंगनबाड़ियों में किचन गार्डन तैयार किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार को राज्य अतिथि गृह सह्यद्री में  राज्य कि महिला व बाल विकास विभाग और रिलायंस फाउंडेशन के बीच सामंजस्य करार हुआ। किचन गार्डन में उगाई जाने वाली सब्जियों और फलों को आंगनबाड़ियों में आने वाले बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिया जाएगा। प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने बताया कि राज्य के 16 जिलों की 25 हजार से ज्यादा आंगनवाडियों में किचन गार्डन बनाए जाएंगे। रिलायंस फाउंडेशन और महिला व बाल विकास विभाग के बीच साल 2015 में किए गए करार के अनुसार पुणे, ठाणे, पालघर, यवतमाल, जलगांव, परभणी, उस्मानाबाद और वर्धा इन 8 जिलों में 7 हजार 300 किचन गार्डन तैयार किया जा चुका है। यहां के किचन गार्डन की सब्जियों और फलों का उपयोग कर 1 लाख 65 हजार से अधिक बच्चों को पोषण आहार दिया जाता है।

इन जिलों में बनेंगे किचन गार्डन

अब इन 8 जिलों बीड़, जालना, औरंगाबाद, अहमदनगर, गोंदिया, सोलापुर, नंदूरबार और चंद्रपुर के लिए करार किया गया है। इससे योजना का दायरा 16 जिलों तक बढ़ गया है। इसके माध्यम से 25 हजार से अधिक आंगनवाडियों में किचन गार्डन तैयार करने का लक्ष्य है। इसका लाभ लगभग 7 लाख 50 हजार बच्चों को होगा। पंकजा ने बताया कि योजना के लिए रिलायंस फाउंडेशन सीएसआर निधि के माध्यम से सहयोग कर रहा है। उन्होंने बताया कि कुपोषण निर्मूलन की दृष्टि से किचन गार्डन योजना महत्वपूर्ण साबित होगी। जिन आंगनबाड़ियों के पास किचन गार्डन बनाने के लिए जगह उपलब्ध नहीं है, ऐसी जगहों पर ग्राम पंचायतों के माध्यम से किचन गार्डन के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान परभणी की आंगनवाड़ी पर्यवेक्षिका बेबी यादव ने बताया कि पोखर्णी के किचन गार्डन से कुपोषण का दर 14 प्रतिशत से शून्य प्रतिशत पर लाने में मदद मिली है। वर्धा की आंगनवाडी पर्यवेक्षिका ललिता सातकर ने अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ियों के अनुभवों को साझा किया। 
 

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