पानी ने बदला रंग, विशेषज्ञ भी दंग- जानिए इस हरे पानी का राज

पानी ने बदला रंग, विशेषज्ञ भी दंग- जानिए इस हरे पानी का राज

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-17 16:10 GMT
पानी ने बदला रंग, विशेषज्ञ भी दंग- जानिए इस हरे पानी का राज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले कुछ दिनों से उत्तर, पूर्व और दक्षिण नागपुर में दूषित जलापूर्ति की शिकायतें आ रही हैं। इस पर OCW ने  चिंता नहीं की बात कहते हुए बताया है कि पानी में मामूली गंदापन, कन्हान नदी के पानी में जैविक वृद्धि का नतीजा है। अलबत्ता यह पानी पूर्णत: पीने योग्य है। बारिश की कमी के कारण इस बार पानी में हरे रंग की काई जम गई है, जिससे ऐसा हो रहा है।

कन्हान नदी जंगल और झाड़ियों से होकर गुजरती है। बारिश के दिनों में अनेक वनस्पतियां नदी के प्रवाह के साथ बहती आती है और प्रखर सूर्यप्रकाश में जैविक कणों का स्वरूप ले लेती हैं। जलशुद्धिकरण केंद्र में इस पर प्रक्रिया नहीं हो पाती है। कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र में आने वाले पानी का गंदापन 25 से 30 एनटीयू और केंद्र से निकलने वाले पानी का गंदापन 1 एनटीयू तक रहता है। फिलहाल, कन्हान के कच्चे पानी में किया जाने वाला प्री-क्लोरिनेशन 0.5 लीटर से 1.7 लीटर तक बढ़ाया गया है। आपको बता दें कि पिछले अनेक दिनों से बारिश नहीं होने के कारण कन्हान नदी के पानी की गुणवत्ता में बदलाव आया है और पानी का रंग हरा हो गया है। वहीं नीरी की विशेषज्ञ टीम का कहना है कि यह जैविक वृद्धि दिखाई दे रही है। टीम 17 अगस्त को इसकी जांच भी करेगी, साथ ही जलापूर्ति की नियमित देख-रेख का भी आश्वासन दिया है।

मनपा स्वच्छ पानी देने में नाकाम 

पिछले कई दिनों से उत्तर नागपुर में दूषित जलापूर्ति की समस्या बनी हुई है, किंतु मनपा-OCW का इस ओर ध्यान नहीं है। मनपा तो वसूली में इस कदर व्यस्त है कि नल कनेक्शन काटने से ही उसे फुर्सत नहीं। नदी संवर्धन योजना के लिए 133 करोड़ रुपए दिए जा सकते हैं, लेकिन नागपुर की जनता को मनपा स्वच्छ पानी देने में नाकाम साबित हो रही है। कन्हान वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से सप्लाई होने वाला पानी पीने योग्य है। इसकी जांच नीरी के वैज्ञानिकों द्वारा की जा चुकी है। 17 अगस्त को टीम मौके पर पानी की स्थिति देखने के लिए जाने वाली है।

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