सम्पत्ति के विवाद में जेठ ने बका से हमला कर छोटे भाई की पत्नी को उतारा मौत के घाट

घूरडांग में दिन-दहाड़े हुई वारदात से फैली सनसनी

Abhishek soni
Update: 2024-04-06 17:12 GMT

डिजिटल डेस्क सतना। कोलगवां थाना अंतर्गत घूरडांग में सम्पत्ति के विवाद पर जेठ ने धारदार बका से हमला कर छोटे भाई की पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। दिन-दहाड़े हुई वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई तो वहीं पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। टीआई सुदीप सोनी ने बताया कि कुसुम पति रामप्रताप कुशवाहा 45 वर्ष, निवासी वार्ड 11 शनिवार शाम को घर में सफाई कर रही थी, तभी जेठ रामलखन कुशवाहा, निवासी नई बस्ती साइकिल से आया और बका लेकर कमरे में घुस गया। आरोपी ने पीछे से सिर पर जोरदार प्रहार किया, जिससे घबराकर महिला पीछे पलटी तो उसने चेहरे पर वार कर दिया। अचानक हुए हमले में बुरी तरह जख्मी हुई कुसुम किसी तरह घर के बाहर भागी, लेकिन सडक़ पर आते ही लडखड़़ाकर गिर गई। इसके बाद भी आरोपी नहीं रुका और सिर व चेहरे पर ताबड़तोड़ वार करता रहा, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान मोहल्ले में ही रहने वाले 75 वर्षीय जीवनलाल गुप्ता ने महिला को बचाने की कोशिश की तो आरोपी ने बका दिखाकर पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। बीच सडक़ पर दिन-दहाड़े जब जघन्य हत्याकांड को अंजाम देकर आरोपी साइकिल से भाग निकला। उसने कुछ दूर जाकर एक घर की बाउंड्री के अंदर खून से सना बका फेंक दिया और चम्पत हो गया।




 


दुकान पर था पति-

कुसुम अपने पति रामप्रताप के साथ मिलकर घर से कुछ दूरी पर चाय की दुकान चलाती थी, लेकिन कुछ दिनों से मकान का निर्माण कार्य जारी होने के कारण वह घर पर ही रहती थी। शनिवार को जब उसकी हत्या हुई, तब पति दुकान पर काम कर रहा था। उसके दोनों बेटे राकेश और सोनू भी मजदूरी करने गए थे, जबकि राकेश की पत्नी पूनम दूसरे कमरे में थी जो सास की चीख सुनकर बाहर तो निकली, मगर आरोपी की हैवानियत देखकर बीच-बचाव की हिम्मत नहीं जुटा पाई।

सम्पत्ति को लेकर है विवाद-

मृतिका के पति के मुताबिक आरोपी रामलखन चार भाइयों में सबसे बड़ा है, जबकि दो भाई रामजी और वीरेन्द्र छोटे हैं। घूरडांग में कुछ पुस्तैनी जमीन है, जिस पर चारों का हिस्सा था, लेकिन आरोपी 20 साल पहले बिना बताए कहीं चला गया। काफी इंतजार के बाद भी जब वह नहीं लौटा और न ही कोई खबर मिली तो आपसी सहमति से तीनों भाइयों ने जमीन का बटवारा कर लिया। रामलखन के नहीं होने पर भी उसके हिस्से की जमीन छोड़ दी गई। लगभग तीन साल पहले आरोपी अचानक वापस आया और सम्पत्ति में हिस्सा मांगने लगा, जिस पर तीनों भाई सहमत हो गए, लेकिन मृतिका कुसुम ने जमीन के कागजात बनवाने में आए खर्च की भरपाई करने की शर्त रख दी, जिससे आरोपी भडक़ गया और राजस्व न्यायालय में मुकदमा दायर कर दिया, इतना ही नहीं घर के निर्माण पर स्टे भी लगवा दिया। हालांकि कई पेशियों के बाद कोर्ट का फैसला मृतिका के पक्ष में ही आ गया, लिहाजा घर का काम फिर शुरू हो गया।

सुबह धमकी देकर गया था आरोपी----

यह खबर लगते ही आरोपी शनिवार सुबह घूरडांग पहुंचा और छोटे भाइयों से मुलाकात करने के पश्चात रामप्रताप और कुसुम को काम बंद करने की धमकी देकर निकल गया, तब किसी को यह अंदाजा नहीं था कि आरोपी के इरादे कितने खतरनाक हैं। सनसनीखेज वारदात सूचना मिलने पर सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान, वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह और टीआई सुदीप सोनी दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। महिला की लाश को मरचुरी भेजा गया तो कुछ देर की सर्चिंग कर हत्या में प्रयुक्त बका भी बरामद कर लिया गया। फरार आरोपी की तलाश के लिए अलग-अलग टीमों को दौड़ाया गया है। बताया गया कि आरोपी की पत्नी केशरिया कुशवाहा और कुसुम सगी बहनें थीं, लेकिन कई सालों से आरोपी ने पत्नी को भी छोड़ रखा था।

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