नुकसान: यवतमाल में गूंज और मालकिन्ही में आंधी और बारिश से केले की फसल तबाह

  • नुकसान का तुरंत पंचनामा करने की मांग
  • 2 माह में यह 5 वीं बार प्राकृतिक आपदा आई
  • बेमौसम बारिश से किसानों को लाखों का नुकसान

डिजिटल डेस्क, महागांव (यवतमाल)। महागांव के गूंंज, मालकिन्ही में गुरुवार की रात आई आंधी और बारिश के कारण फलों के बगीचे का भारी नुकसान पहुंचा है। गत 2 माह में यह 5 वीं बार प्राकृतिक आपदा आई है। इससे किसानों की कमर टूट गई है। गुरुवार की रात बेमौसम तेज हवा और बारिश के कारण खेत में लगे सैकड़ों हेक्टेयर केले के बगीचे नष्ट हो गए। इस गांव की मुख्य फसल केला और सब्जियां हैं, जो तेलंगाना और मध्यप्रदेश भेजी जाती हैं। केले की फसल पकने की स्थिति में है। इस बेमौसम बारिश से किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है। ऐसे में किसान सवाल कर रहे हैं कि बदलते मौसम में खेती कैसे की जाए।

स्वाभिमानी शेतकारी संघ की ओर से राज्य और केंद्र सरकार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर किसानों ने मांग की है। नुकसान के लिए पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाए और जिन किसानों ने इस केले की फसल के लिए फसल बीमा लिया है। उन्हें तुरंत फसल बीमा का मुआवजा दिया जाए। ज्ञापन सौंपनेवाले किसानों में अमोल मदाने, पांडुरंग चव्हाण, प्रकाश चव्हाण, गजानन कालकर, ज्ञानेश्वर नलगे, लक्ष्मण चव्हाण, शिवाजी मदाने, गजानन मदाने, अनिल खंडारे, पांडुरंग पवार, अभिनव जाधव, रवि भोनी, रामदास चव्हाण अरुण भोनी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय किसान मौजूद थे।

6 एकड़ खेत में लगे 1600 केले के पेड़ बर्बाद : फुलसावंगी महागांव तहसील के फुलसावंगी के किसान मुस्ताक शेख छोटू ने उनके 6 एकड़ खेत में केले के 1500 पौधे टूटकर नीचे गिर गए। इससे बड़ा नुकसान हुआ है। यह नुकसान लाखों में होने की जानकारी पीड़ित किसान ने दी है। इस नुकसान का शीघ्र पंचनामा कर मुआवजा देने की मांग की गई है।


Created On :   25 May 2024 12:15 PM GMT

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