राजस्थान: दो विदेशी महिलाओं ने बैंक सिस्टम को किया हैक, ATM से निकाले 32 लाख

राजस्थान: दो विदेशी महिलाओं ने बैंक सिस्टम को किया हैक, ATM से निकाले 32 लाख

Manmohan Prajapati
Update: 2021-07-29 07:09 GMT
राजस्थान: दो विदेशी महिलाओं ने बैंक सिस्टम को किया हैक, ATM से निकाले 32 लाख

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में दो विदेशी महिलाओं की गिरफ्तारी को लेकर एक चौका देने वाली घटना सामने आई है। यह दोनों महिलाएं "रास्पबेरी पाई" नाम के एक डिवाइस से बैक सरवर को हैक करके लाखों रुपए चुरा रही थीं। यह पूरा मामला तब सामने आया जब बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर राम सिंह मीणा को इसका पता चला और उन्होंने इसके इस मामले की जानकारी महावीर नगर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने उन्हें मैके पर धर दबोचा और गिरफ्तार किया।

सूत्रों ने बताया कि दोनों महिलाएं केशवपुरा के एटीएम को हैक कर उससे पैसे निकालने की कोशिश की थी। लेकिन मैनुअल सेटिंग सिस्टम नहीं होने की वजह से वह इसमें कामयाब नहीं हो सकीं और सीसीटीवी में कैद हुई फोटो के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। क्या है पूरा मामला, आइए जानते हैं...

युगांडा और गांबिया से हैं दोनों महिलाएं 
सरवर को हैक कर एटीएम से लाखों रुपए चुराने वाली यह दोनों महिलाएं युगांडा और गांबिया से 14 जुलाई को जयपुर घूमने के बहाने से आई हुई थीं। नाम नान्टोंगो एलेक्जेंड्रस और लौरिया कैथ है। यह दोनों उस डिवाइस की मदद से अलग- अलग जगहों पर वारदात को अंजाम देती थीं और पैसे लेकर फ़रार होने के बाद अपनी लोकेशन बदल कर छिप जाया करती थीं ताकि किसी को भी दोनों के बारे में कोई जानकारी ना मिल सके। 

नान्टोंगो और लौरिया सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच जब ATM में लोगों का आना- जाना सब से कम होता है तब वारदात को अंजाम देती थीं। इस तरह उन्होंने कई क्षेत्रों की यात्रा की और कुल 32 लाख रुपए निकाल लिए थे। 

रास्पबेरी पाई डिवाइस का किया इस्तेमाल
आपको जान कर हैरानी होगी कि एटीएम से पैसे निकालने के लिए उन्होंने रास्पबेरी पाई डिवाइस की तकनीक का इस्तेमाल किया। ये लोग इसे ATM से जोड़ कर ATM को हैक किया करते थे और उसके बाद कमांड जारी कर बैक के सर्वर को हटा देते थे। लेकिन यह तरीका सिर्फ कमजोर और पुराने बैक सिस्टम पर ही काम करता है। इसलिए ये दोनों पुराने मैनुअल सेटिंग सिस्टम वाले बैंक को ही अपना निशाना बनाती थीं ताकि वो इनको आसानी से हैक कर सकें। ATM मशीन को एक्सेस करके, वह पहले उस डिवाइस को एटीएम मशीन में लगाकर वाई-फाई के माध्यम से मेन सर्वर को हटाती थीं और फिर तुरंत अपना खुद का लोकल सर्वर बनाकर और एक्सेस करके पैसे निकाल कर फरार हो जाती थी। 

पुलिस ने बताया कि नानटोंगों अलेक्ज़ेंड्रस और लौरिया कैथ ने देश में आने से पहले एक लिस्ट बनाई थी जिसमें पुराने मैनुअल सेटिंग सिस्टम उपयोग करने वाले बैंक थे। इसके बाद दोनों उनकी सूचियां बनाकर उन्हें निशाना बनाने लगे। अगर पकड़ा नहीं जाती तो करोड़ों की लूट कर सकती थीं। 

क्या है रास्पबेरी-पाई 
रास्पबेरी-पाई कोई आम डिवाइस नहीं है। रास्पबेरी पाई एक छोटे कंप्यूटर और मदरबोर्ड की तरह होता है जो कि यूके की एक कम्पनी द्वारा विकसित क्रेडिट-कार्ड के आकार वाले एकबोर्ड वाला कम्प्यूटर प्रोग्राम है। इसका उपयोग सर्वर को हैक करने के लिए किया जाता है। इनका मुख्य उपयोग UK के विद्यालयों में संगणक विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देना के लिए किया जाता है। इनका उपयोग मिनी कंप्यूटर के रुप में किया जाता है। ये कफी़ छोटा होता है इसलिए कहीं भी ले जाया जा सकता है। इसे किसी भी प्रकार की कमांड जारी करने के लिए प्रोग्राम किया जाता है। इससे सर्वर हैकिंग हो सकती है। 

मशीन को रास्पबेरी पाई से जोड़कर यह स्थिर कमांड वाले रोबोट की तरह काम कर सकता है। रास्पबेरी-पाई की कीमत बाजार में करीब 3,000 से शुरू है। इसकी खास बात यह कि इसे किसी भी दूसरी मशीन से जोड़ा जा सकता है जैसे TV, फोन, पंखा आदि। आप अपने कंप्यूटर को पूरा करने के लिए एक मॉनिटर भी जोड़ सकते हैं। 

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