5 अंक के साथ आ रहे हैं बप्पा, 2018 में चतुर्थी व्रत से दूर करें संकट

5 अंक के साथ आ रहे हैं बप्पा, 2018 में चतुर्थी व्रत से दूर करें संकट

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-26 03:50 GMT
5 अंक के साथ आ रहे हैं बप्पा, 2018 में चतुर्थी व्रत से दूर करें संकट

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वक्रतुण्डी चतुर्थी, माही चौथ और तिलकुटा चौथ भी इसके नाम हैं। गणपति बप्पा नए वर्ष 2018 के पांचवे दिन ही संकटों को दूर करने आ रहे हैं। 2018 में साल की पहली संकटा या संकष्टी चतुर्थी या चौथ व्रत 5 जनवरी 2018 शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि इस दिन गणपति बप्पा ने देवताओं की मदद की थी एवं उनके संकटों को दूर किया था। इस दिन को संकटा चतुर्थी अाैर बप्पा को संकट माेचन नाम प्राप्त हुआ। इस वजह से उन्हें भगवान शिव आशीर्वाद प्राप्त हुआ था कि जो भी इस व्रत को धारण करेगा उसके समस्त संकट दूर होंगे। वह अपने जीवन में समस्त सुखों अाैर गणेश की विशेष कृपा का भागी होगा।

 

होता है सभी संकटों का अंत

गणपति बप्पा को संकटों को हरने वाला कहा गया है। विद्या एवं बुद्धि के दाता के साथ ही इस दिन चंद्रदेव का भी पूजन किया जाता है। इस व्रत में चंद्रदर्शन के पश्चात ही प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। इस व्रत रखने से व्यक्ति की समस्त इच्छाएं पूर्ण होती हैं और उसके सभी संकटों का अंत होता है। यदि यह व्रत मंगलवार काे पड़ता है ताे इसे अंगारिका चतुर्थी कहा जाता है।

 

इनके पूजन का भी विधान

इस पर्व को उत्तर भारत में पूर्ण श्रद्धा एवं विश्वास के साथ मनाया जाता है। ये व्रत माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु एवं उनके सुखद जीवन के लिए भी रखती हैं। इस व्रत में अनेक स्थानों पर गणेश पूजन के साथ ही संकट माता के पूजन का भी विधान है। ये मुख्यतः राजस्थान में देखने मिलता है। यहां इनके कुछ मंदिर भी बने हुए हैं। 
  

संकटा चौथ पूजा समय
संकटा चौथ के दिन चंद्रमा निकलने का समय  21:23

शुभ मुहूर्त

चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 4 जनवरी 2018, गुरूवार 21.31 बजे से

चतुर्थी तिथि समाप्त 5 जनवरी 2018, शुक्रवार 19.00 बजे तक

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