रविवार के दिन सूर्य देव को अर्पित करें ये फूल, मिलेगा सोने की अशर्फियों बराबर फल

रविवार के दिन सूर्य देव को अर्पित करें ये फूल, मिलेगा सोने की अशर्फियों बराबर फल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-22 07:48 GMT
रविवार के दिन सूर्य देव को अर्पित करें ये फूल, मिलेगा सोने की अशर्फियों बराबर फल

 

 डिजिटल डेस्क । हमारे सौरमंडल में 9 ग्रह हैं और सूर्य ग्रह को इन सभी में वरिष्ठ माना जाता है। हिंदू धर्म में ज्योतिष विद्या में भी सूर्य गृह को ही सबसे बलशाली माना गया है।पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य ग्रह, शनि देव के पिता है। ज्योतिष ज्ञान के अनुसार ऐसा माना गया है कि जिस भी जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह शुभ होता है उसे उच्चपद हासिल होता है इतना ही नहीं सूर्य के प्रभाव की वजह से उसकी ख्याति में भी अत्याधिक वृद्धि होती है। कुल मिलाकर आपकी कुंडली में सूर्य दशा का काफी महत्व होता है। ये आपके जीवन में किस्मत को चमकाने का काम कर सकती है। इसलिए सूर्य को प्रसन्न रखना काफी जरूरी है तो चलिए जानते हैं कि किस तरह आप सूर्य गृह को खुद से प्रसन्न कर सकते हैं। 

- सूर्य को सिंह राशि का स्वामी माना गया है, जिसकी दशा 6 वर्ष के लिए होती है। 

- सूर्य का रत्न माणिक्य है, गाय, गुड़, तांबा, सोना एवं लाल वस्त्र आदि सूर्य की प्रिय वस्तुएं हैं। 

- सोना और तांबे को सूर्य देव की धातु माना गया है और इनके जाप की संख्या 7 हजार है।

- शास्त्रों में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित माना गया है। इस दिन गाय को गेहूं और गुड़ खिलाने से या किसी ब्राह्मण को दान करने से पुण्य प्राप्ति होती है।

 

 

कौनसे फूल चढाएं?

- भविष्य पुराण के अनुसार रविवार के दिन अगर भगवान सूर्य को एक आक का फूल अर्पित किया जाए तो मनुष्य को दस अशर्फियां (सोने के सिक्के) मिलने जितना फल प्राप्त होता है।

- भगवान सूर्य को रात के समय कदम्ब और मुकुर के फूल और अन्य पुष्प दिन के समय अर्पित करने चाहिए।

- बेला के फूल एकमात्र ऐसे फूल हैं जिन्हें आप दिन या रात, दोनों समय अर्पित कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ पुष्प ऐसे भी हैं, जिन्हें सूर्य देव को कदापि नहीं चढ़ाया जाना चाहिए।

- जो पुष्प भगवान सूर्य को कदापि नहीं चढ़ाने चाहिए उनमें गुंजा, धतूरा, अपराजिता, भटकटैया, तगर आदि नाम हैं।

 

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