विनायकी चतुर्थी अाज : बप्पा के पूजन की आसान विधि, शीघ्र होंगे प्रसन्न

विनायकी चतुर्थी अाज : बप्पा के पूजन की आसान विधि, शीघ्र होंगे प्रसन्न

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-02 05:26 GMT
विनायकी चतुर्थी अाज : बप्पा के पूजन की आसान विधि, शीघ्र होंगे प्रसन्न

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश पूजा के लिए वैसे तो हर दिन ही उत्तम एवं शुभ माना जाता है, किंतु यदि आप लंबे समय से किसी समस्या से पीड़ित हैं तो विनायकी चतुर्थी का व्रत सबसे उत्तम माना गया है। इसे संकटा एवं विनायकी चतुर्थी भी कृष्ण एवं शुक्ल पक्ष के अनुसार कहा जाता है। इस माह विनायकी चतुर्थी व्रत सोमवार 19  फरवरी 2018 को है।

 

महाराष्ट्र और तमिल नाडु में व्रत अधिक प्रचलित

पश्चिमी और दक्षिणी भारत में और विशेष रूप से महाराष्ट्र और तमिल नाडु में संकष्टी चतुर्थी का व्रत अधिक प्रचलित है।प्रत्येक चन्द्र मास में दो चतुर्थी होती हैं। पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं और अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी।

 

बेहद कठोर होता है यह व्रत

विनायकी, संकष्टी चतुर्थी का यह व्रत बेहद कठोर होता है इस व्रत में केवल फलों एवं जड़ों अर्थात जमीन के अन्दर पौधों का भाग सहित वनस्पति और उत्पादों आदि का ही सेवन किया जाता है बप्पा के इस व्रत के दौरान साबूदाना खिचड़ी के अलावा आलू, मूंगफली का मुख्य रूप से सेवन किया जाता है। इस व्रत की खासियत यह है कि श्रद्धालु चन्द्रमा दर्शन करने के उपरांत ही उपवास खोलते हैं। 

 

भक्ताें को सद्मार्ग की आेर ले जाते हैं बप्पा

ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त पूरे विधि-विधान एवं निष्ठा से इस व्रत को धारण करते हैं उसकी मनोकामनाएं अवश्य ही पूर्ण होती हैं। जीवन के अनेक कष्टों से उसे राहत मिलती है साथ ही आने वाले संकट का एहसास भी उसे पूर्व में ही हो जाता है। बप्पा अपने भक्तों पर अवश्य ही कृपा करते हैं और बुद्धिबल में विकास के साथ ही उसे सद्मार्ग की ओर ले जाते हैं। इस व्रत का विधान लगभग पूरे भारत में देखने मिलता है। गणपति को प्रसन्न करने ये  बहुत ही उत्तम दिन माना गया है।

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