15 जनवरी से शुरु होंगे मांगलिक कार्य, इस साल 50 शुभ मुहूर्त अधिक

15 जनवरी से शुरु होंगे मांगलिक कार्य, इस साल 50 शुभ मुहूर्त अधिक

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-11 06:51 GMT
15 जनवरी से शुरु होंगे मांगलिक कार्य, इस साल 50 शुभ मुहूर्त अधिक

डिजिटल डेस्क। खरमास मकर संक्रांति पर समाप्त हो रहा है अब शुभ एवं मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे। साल 2019 में हिन्दू पौष मास की नवमी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी। भारत के कई स्थानों पर इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है। उत्तर भारत में स्नान और दान के इस पर्व को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर पूरे देश में मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा। इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य का कई गुना फल मिलता है। इसी दिन से सूर्य देव दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते है। 


ऐसी मान्यता है कि संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान से सभी पाप धुल जाते हैं। यही नहीं इस दिन गंगा स्नान करने से एक हजार अश्वमेघ यज्ञ के तुल्य फल मिलता है वहीं दान करना भी इस दिन बहुत महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होते है और खरमास समाप्त हो जाता हैं। खरमास के समाप्त होते ही मांगलिक कार्य जैसे शादी विवाह शुरू हो जाते हैं। इस बार मकर संक्रांति पर सूर्योदय से  सूर्यास्त तक पुण्यकाल रहेगा इसलिए इस समय दान का करना फलदायी रहता है। तांबा की वस्तु, दही, तिल, गुड़, खिचड़ी, कंबल, पीला वस्त्र का दान करना बहुत शुभ होता है। 

 

इसके बाद विवाह सहित अन्य शुभ कार्य शुरु हो जाएंगे। 16 दिसंबर से सूर्यदेव के धनु राशि में होने से शुभ कार्य नहीं हो रहे थे। 15 जनवरी से सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ खरमास की समाप्ति व शुभ कार्यों का शुभारंभ हो जाएगा। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 50 मुहूर्त अधिक हैं। ज्योतिष वास्तुविद डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि 15 जनवरी से शुरु होने वाले विवाह का सिलसिला 13 मार्च तक चलेगा। 14 मार्च से 14 अप्रैल तक सूर्यदेव फिर से मीन राशि गोचर करेंगे। जिससे शुभ कार्य नहीं होंगे। इसके बाद 18 अप्रैल से 2 जुलाई तक फिर से विवाह का सिलसिला शुरु हो जाएगा। 3 जुलाई देवशयनी एकादशी से विवाहों के मुहूर्त पर फिर से विराम लग जाएगा। 


डॉ. लक्ष्मण शरण महाराज सीताराम मंदिर गोंडपारा ने बताया कि 14 मार्च से 14 अप्रैल 2017 तक सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर गोचर करेंगे। इसके मीनार्क कहते हैं। इस एक माह में कोई भी शुभ कार्य नहीं होंगे। पंचांगानुसार इस 2019वर्ष में लगभग 75 से अधिक विवाह मुहूर्त हैं। 


बसंत पंचमी, अक्षय तृतीया पर विशेष मुहूर्त 


10 फरवरी को बसंत पंचमी और 7 मई को अक्षय तृतीया पर विवाह का विशेष मुहूर्त रहेगा। इन दोनों पर्वों पर सबसे अधिक विवाह होते हैं। पिछले कुछ वर्ष से विशेष मुहूर्त न होने के कारण बसंत पंचमी और अक्षय तृतीया पर विवाह-शादि नहीं हो पा रहे थे। इस बार दोनों महापर्वों पर विशेष मुहूर्त होने पर इस वर्ष सब सबसे अधिक शादि-विवाह संपन्न होगें। 

 

माह मुहूर्त की तिथि 

जनवरी- 17,18,  22, 31 

फरवरी- 1, 8, 9, 10, 13, 15, 19, 21, 28 

मार्च- 2, 3, 7, 9, 12, 14 

अप्रैल- 15,16,17,18,19,20,21,22,23,24,25,26 

मई- 1,2, 6, 7, 8, 12, 14, 15, 17, 21, 23, 28,29,30

जून- 4, 8, 13,15, 17, 19, 20,24,25,26, 30 

जुलाई- 5,6,7,8,9,10,11

फिर 12 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लग जायेगा, जिस कारण मांगलिक कार्य बाधित रहेंगे। जो देवउठनी एकादशी के बाद ही विवाहादी मांगलिक कार्य संपन्न हो पाएंगे।

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