पहले शाही स्नान से कुंभ का आगाज, कुछ ऐसा है पूरे दिन का कार्यक्रम

पहले शाही स्नान से कुंभ का आगाज, कुछ ऐसा है पूरे दिन का कार्यक्रम

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-14 11:54 GMT
पहले शाही स्नान से कुंभ का आगाज, कुछ ऐसा है पूरे दिन का कार्यक्रम
हाईलाइट
  • 15 जनवरी यानि मंगलवार से कुंभ का आगाज होगा।
  • कुंभ के पहले शाही स्नान की सारी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं।
  • पहला शाही स्नान सुबह 6 बजे शुरू होगा और शाम 4 बजे तक चलेगा।

डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। कुंभ मेला हिंदू धर्म में एक मेले की तरह नहीं, बल्कि पर्व की तरह मनाया जाता है। आज, 15 जनवरी यानि मंगलवार से इसका आगाज हो रहा है। मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर कुंभ के पहले शाही स्नान की सारी तैयारियां लगभग पूरी हैं। पहला शाही स्नान सुबह 6 बजे शुरू होगा और शाम 4 बजे तक चलेगा। इस पर्व को लेकर लोगों में भी काफी आस्था है।

मंगलवार को कुंभ मेले का माहौल देखने लायक होगा। जहां एकतरफ नागा संन्यासी संगम में अटखेलियां करते नजर आएंगे। वहीं दूसरी तरफ इस अवसर पर अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर, महंत के पैरों की रेत लेने की होड़ लगी रहेगी। इसके लिए प्रशासन ने भी कमर कस ली है। मेला क्षेत्र में यातायात के आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। मेला प्रशासन ने अखाड़ों के शाही स्नान का क्रम भी तय कर लिया है। सन्यासी अखाड़े को सबसे पहले शाही स्नान का मौका प्राप्त होगा। इसके बाद बैरागी अखाड़े और उदासीन अखाड़ों को शाही स्नान करने का मौका मिलेगा।

संन्यासी अखाड़ों में भी क्रमबद्ध तरीके से शाही स्नान होंगे। इसमें सबसे पहले श्रीपंचायती अखाड़ा शाही स्नान की शुरुआत करेंगे। वहीं इसके बाद क्रमश: महानिर्वाणी और श्रीपंचायती अटल अखाड़े का स्नान होगा। यही क्रम बैरागी और उदासीन अखाड़ों में भी जारी रहेगा। उदासीन अखाड़ों में सबसे आखिरी में श्रीपंचायती अखाड़ा निर्मला का स्नान होगा। इससे पहले रविवार को हुए पेशवाई में भी इसी क्रम के अनुसार झाकियां निकाली गईं, जिसने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। पेशवाई में धर्म, आध्यात्म एवं भारतीय संस्कृति की झलक भी देखने को मिली।

इसके अलावा शाही स्नान के लिए अखाड़ों का वक्त भी तय किया गया है। सभी अखाड़ों को 45 मिनट का वक्त दिया जाएगा। मंगलवार के बाद 21 जनवरी, 4 फरवरी, 10 फरवरी, 19 फरवरी और 4 मार्च को शाही स्नान का आयोजन होगा। 4 फरवरी को वसंत पंचमी, जबकि 10 फरवरी को पौष पूर्णिमा के अवसर पर शाही स्नान आयोजित होंगे। बता दें कि कुंभ मेला विश्व में किसी भी धर्म द्वारा किया गया सबसे बड़ा आयोजन है। लाखों की संख्या में लोग इस पावन पर्व में उपस्थित होते हैं।

प्रशासन के अनुसार इस बार के कुंभ में कई नई चीजें देखने को मिलेंगी। युवाओं के लिए सेल्फी पॉइंट से लेकर वाटर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। वहीं नए श्रद्धालुओं के लिए एक इन्फॉर्मेशन डेस्क भी बनाया गया है, जिसका नाम अटल कॉर्नर रखा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार के कुंभ मेले में संस्कृत ग्राम भी बनाया जाएगा। 10 एकड़ में बनाया जाने वाले इस ग्राम में श्रद्धालु कुंभ के महत्व और इसके इतिहास के बारे में जान पाएंगे। 

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