7 पहाड़ों के पार है नागद्वारी, अमरनाथ की तरह कठिन

7 पहाड़ों के पार है नागद्वारी, अमरनाथ की तरह कठिन

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-26 05:23 GMT
7 पहाड़ों के पार है नागद्वारी, अमरनाथ की तरह कठिन

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा से लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर सतपुडा की पहाड़ियों में स्थित नाग गुफा की दुर्गम नागद्वारी यात्रा के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। सतपुड़ा के नैसर्गिक सौंदर्य के बीच सात पहाड़ियों से होकर नागद्वारी की यात्रा पूरी होती है। सौंदर्य के साथ ही इन ऊंची पहाड़ियों का धार्मिक महत्व भी है। धूपगढ़, नंदीगढ़,निशानगढ़, काजली, चित्रशाला, नागफास, तुलसीवनए वृंदावन और गुप्तगंगा की सर्पाकार पगडंडियों पर भक्त चल पड़े हैं।

पूरी सतपुड़ा की वादियां भोले के जयकारों से गूंज उठी हैं। सावन में हर दिन यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ते ही जा रही है। मंगलवार को 50 हजार श्रद्धालु नागद्वारी पहुंचे। 18 जुलाई से शुरू हुई यात्रा 28 जुलाई को खत्म होगी। 

नागपंचमी तक चलने वाली 16 किमी की इस कठिन यात्रा के लिए श्रावण मास की शुरूआत से ही श्रद्धालु साइकिल, मोटर साइकिल और निजी वाहनों से पहुँचना शुरू हो गए थे। लगभग 100 वर्ष पहले शुरू हुई नागद्वारी यात्रा कश्मीर की अमरनाथ यात्रा की तरह ही कठिन है। कई मायनों में तो यह उससे भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण और मुश्किल है।


पिछले 8 दिनों में 2.50 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं। सतपुड़ा का घने जंगल में पंगडंडियों से पूरी होने वाली इस यात्रा में तेज बारिश भी नागराज के भक्तों की आस्था कम नहीं कर पा रही है। भीगते हुए श्रद्धालु सर्पाकार पथरीली पगडंडियों से पूरे उत्साह के साथ यात्रा पूरी कर रहे हैं। भजियागिरी की पहाड़ी पर बारिश के बीच यात्रा का नजारा और भी मनमोहक हो गया।

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