सावन शिवरात्रि: माता पार्वती के साथ धरती पर आते हैं शिव, पढे़ं शुभ मुहूर्त

सावन शिवरात्रि: माता पार्वती के साथ धरती पर आते हैं शिव, पढे़ं शुभ मुहूर्त

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-21 07:37 GMT
सावन शिवरात्रि: माता पार्वती के साथ धरती पर आते हैं शिव, पढे़ं शुभ मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, भोपाल। वैसे तो सावन माह का हर दिन ही पवित्र और पुण्यकारी माना गया है, लेकिन सावन शिवरात्रि का अपना ही अलग महत्व है। इस दिन भगवान शंकर की विधि-विधान से पूजन करने से वे अति प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान प्रदान करते हैं। इस बार सावन की शिवरात्रि शुक्रवार 21 जुलाई को मनाई जा रही है।

21 जुलाई को रात्रि 9 बजकर 49 मिनट से चतुर्दशी तिथि आरंभ होगी और अगले दिन 22 जुलाई को 6 बजकर 27 मिनट तक रहेगी। कहा जाता है कि सावन माह के प्रारंभ होते ही सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु विश्राम के लिए अपने लोक चले जाते हैं और अपना सारा कार्यभार भगवान शिव को सौंप देते हैं। भगवान शिव माता पार्वती के संग पृथ्वी लोक पर रहकर समस्त धरती वासियों के संरक्षण का काम करते हैं।

सावन शिवरात्रि का व्रत रखने वाले भक्तों पर शिव की विशेष कृपा होती है। शिवरात्रि के व्रत की मान्यता बहुत है। शिवरात्रि में शिवलिंग पर जलाभिषेक करना आवश्यक माना गया है। इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं।

पूजन में शामिल करें ये चीजें

  • बेलपत्र
  • धतूरा
  • दूध
  • आंक के पुष्प
  • गेहूं की बाॅल
  • लाल चंदन व लाल रंग के पुष्प
  • ॐ नम: शिवाय का जाप 

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