यश, तेज, विद्या, मित्र, धन प्रदान करेंगे 'सूर्यनारायण', इस विधि दें अर्घ्य

यश, तेज, विद्या, मित्र, धन प्रदान करेंगे 'सूर्यनारायण', इस विधि दें अर्घ्य

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-26 02:52 GMT
यश, तेज, विद्या, मित्र, धन प्रदान करेंगे 'सूर्यनारायण', इस विधि दें अर्घ्य

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष, धर्म, विज्ञान सभी में भगवान सूर्य को अर्घ्य देना उत्तम माना गया है। रविवार सूर्यदेव को समर्पित दिन है, लेकिन यदि प्रतिदिन भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाए तो समझिए आपके कष्टों का अंत होने वाला है। सूर्यदेव को अर्घ्य देने से सूर्यदेव के समान ही तेज व स्फुर्ति प्राप्त होती है। ग्रह नक्षत्र भी अपना विशेष प्रभाव नही डाल पाते। प्रतिदिन सुबह भोर की पहली किरण के साथ ही लाल चंदन, लाल पुष्प तांबे के पात्र में डालकर शुद्ध मन के साथ सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। अर्घ्य देते वक्त सूर्य मंत्र का जाप सभी इंद्रियों को चैतन्य करने वाला बताया गया है। 


खुलेंगे तरक्की के मार्ग 
भोर के अर्घ्य से भगवान सूर्य देव प्रसन्न होते है। भगवान सूर्य पुत्र, मित्र, तेज, वीर्य, आयु, आरोग्य, धन-धान्य, यश, कान्ति, विद्या, वैभव और सौभाग्य को प्रदान करने वाले बताए गए हैं। जिनका राशि स्वामी सूर्य है उनके लिए तो समझो तरक्की के मार्ग खुल गए। वे अपने जीवन में जो भी कार्य करते हैं उन्हें सफलता प्राप्त होती है, किंतु इससे पूर्व सूर्य के उपासकों को इन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है...
 

इन बातों का रखें ध्यान
-प्रतिदिन भोर से पहले उठकर स्नान करें, जिससे कि उगते सूर्य की पहली किरणों को ही आप अर्घ्य दे सकें। 

-स्नान के बाद सूर्यनारायण को चंदन, लाल पुष्प व तांबे के पात्र में तीन बार अर्घ्य देकर प्रणाम करें। 

-इस दौरान सूर्य मंत्र का जाप करना ना भूलें। अर्घ्य देते वक्त जितना अधिक संभव हो इन मंत्रों का जाप करें। 

-उगते सूर्य को प्रणाम करना सदैव ही उत्तम बताया गया है, किंतु डूबते सूर्य को अर्घ्य देने व प्रणाम करने से भी सूर्य के समान तेज प्राप्त होता है। 

-यदि आप सूर्य के उपासक हैं तो रविवार को तेल और नमक का त्याग करें, संभव हो तो इस दिन एक वक्त ही भोजन करें। 

-सूर्य को अर्घ्य देने से नेत्र रोगों का निदान होता है। साथ ही रोशनी बढ़ती है।  

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