घर में बना है मंदिर तो भूलकर भी ना करें ये 7 गलतियां
घर में बना है मंदिर तो भूलकर भी ना करें ये 7 गलतियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ज्यादा परेशान होने पर हम भगवान की शरण में जाते हैं। घर में या बाहर बने मंदिरों में शांति की तलाश करने लगते हैं, लेकिन यदि मंदिर और मूर्ति के नियमों को ठीक से ना अपनाया जाए तो ये ही आपके लिए परेशानी का सबब बन जाते हैं। पाैराणिक मान्यताआें के अनुसार अपने पूजा घर में आपको सदैव ही इन नियमों का पालन करना चाहिए। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे बताने जा रहे हैं...
1. खंडित मूर्ति कभी भी घर में ना रखें। इस संबध में ऐसा माना जाता है कि खंडित मूर्ति घर में रखने से घर की शांति भंग हो सकती है। इस तरह की मूर्ति को जल मं प्रवाहित कर देना चाहिए।
2. आपके घर में बने मंदिर में कभी दो शंख ना रखें। यदि ऐसा है तो एक शंख को हटा दें। ऐसा करने से जीवन में खुशहाली आती हैं। जब भी पूजन करें शंखनाद करने से वातावरण में प्रसन्न एवं सकारात्मकता का वास होता है।
3. घर के अंदर मंदिर बनाने में कोई परेशनी नही है, लेकिन यदि आपने उस मंदिर में ज्यादा बड़ी मूर्तियां रखी हैं तो यह भी उर्पयुक्त नही होगा।
4. घर के अंदर कभी भी शिवलिंग को नही रखना चाहिए। कैलाशवासी सदैव ही खुले आसमान के नीचे रहते हैं ऐसे में उन्हें ऐसे ही किसी स्थान पर स्थापित करना चाहिए।
5. एक ही घर में अनेक मंदिर बनाने से शारीरिक मानसिक कष्ट भोगना पड़ता है। सभी मूर्तियों का एक-दूसरे से कम से कम एक इंच की दूरी पर रखें।
6. मंदिर को प्रतिदिन साफ रखें इसके आसपास हमेशा ही शुद्धता का वातावरण हाे। जिससे कि हमेशा आपके घर में खुशियां बनीं रहें
7. ऐसा माना जाता है कि मंदिर में गंदगी रहने से घर में दरिद्रता वास करने लगने लगती है। अापके द्वार तक आकर लक्ष्मी अनेक बार लौट जाती है। देवाें को साफ अाैर शुद्धता अधिक प्रिय होती है। गंदगी काे दरिद्रता का कारक माना गया है।