जौ की बालें और मंदार पुष्प, महाशिवरात्रि पर इस पूजा से प्रसन्न होते हैं महादेव

जौ की बालें और मंदार पुष्प, महाशिवरात्रि पर इस पूजा से प्रसन्न होते हैं महादेव

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-20 03:41 GMT
जौ की बालें और मंदार पुष्प, महाशिवरात्रि पर इस पूजा से प्रसन्न होते हैं महादेव

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न और सभी कष्टों को हरने वाले देव हैं। इसी वजह से इन्हें भोलेनाथ कहा जाता है। ये अपने भक्तों पर बिना किसी भेदभाव के उनके तप और पुण्य कर्म के अनुसार फल देने में देर नही करते। महादेव की कृपा से बडे़ से बड़े बिगड़े काम बन जाते हैं। महाशिवरात्रि का व्रत उन्हें प्रसन्न करने के लिए सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। पुराणों में ऐसा वर्णन मिलता है कि युगों की तपस्या के बाद मां पार्वती को शिव प्राप्त हुए थे। इसी दिन भोलेनाथ माता पार्वती को ब्याह कर कैलाश लाए थे। इसी वजह से इस दिन शिव-पार्वती की बारात का भी आयोजन किया जाता है। इस बार महाशिवरात्रि 14 फरवरी 2018 को मनाई जाएगी। 

 

पूजा में शामिल करें ये चीजें

बिल्वपत्र, धतूरा, भाँग, बेर,आम्र मंजरी, जौ की बालें, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल शिव काे अत्यधिक प्रिय हैं अतः इनके पूजन में इन्हीं वस्तुआें का प्रयाेग करें। जिससे की आपकी सभी मनाेकामनाएं पूर्ण हाे सकें। ये व्रत महिला पुरुष सभी धारण करते हैं किंतु एेसी मान्यता है कि यदि कुंवारी कन्याएं इस व्रत काे धारण करती हैं तो उन्हें याेग्य वर प्राप्त हाेता है।

 

 

करें इस मंत्र का जाप

ऊँ नमः शिवाय...मंत्र का जाप करते हुए प्रत्येक वस्तु भाेलेबाबा को अर्पित करें। साथ ही शिवपुराण में एेसा वर्णन मिलता है कि देवीधि देव महादेव भाेलेनाथ शिवशंकर की जय का उच्चारण करने से महादेव अत्यंत प्रसन्न हाेते हैं। महाशिवरात्रि पर मां पार्वती आैर शिव की पूजा साथ ही करने का भी बहुत महत्व है। मंदिराें में विशेष रूप से शिवलिंग की पूजा की जाती है। क्याेंकि शिवलिंग के नीचे का भाग मां पार्वती का ही माना जाता है। विद्वानाें के अनुसार शिवलिंग पर अर्पित किए गए इस जल को कभी भी पैर से नहीं लांघना चाहिए। अन्यथा इसके दुष्परिणाम भाेगने हाेते हैं।

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