तिलकुंद चाैथ : बप्पा को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ दिन, अपनाएं ये पूजा विधि

तिलकुंद चाैथ : बप्पा को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ दिन, अपनाएं ये पूजा विधि

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-16 02:43 GMT
तिलकुंद चाैथ : बप्पा को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ दिन, अपनाएं ये पूजा विधि

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तिलकुंद चाैथ, इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस बार यह 20 जनवरी शनिवार के दिन मनाई जाएगी। कहा जाता है कि इस दिन यदि भगवान लंबोदर की विधि विधान से पूजा की जाए तो बड़ी से बड़ी मुश्किल दूर हो जाती है संकटों को टालने के लिए तिलकुंद चाैथ का व्रत किया जाता है। 

 

तिलकुंद चाैथ के दिन गणपति पूजन एवं चंद्रमा के दर्शन के बाद ही व्रत का पारण करना चाहिए। इस दिन जो भी व्रत रखता है उसे विधि-विधान से पूजा करना चाहिए। गणपति को मनाने और उन्हें प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन तिलकुंद चाैथ ही है। 

तिलकुंद चाैथ जैसा की नाम से ही स्पष्ट है इस दिन मोदक के अतिरिक्त भगवान गणेश को तिल के लड्डू भी अर्पित करने चाहिए। इससे वे प्रसन्न होते हैं और सुख समृद्धि का वरदान देते हैं। 

 

गणपति के 12 नामों का जाप

इस दिन भगवान गणेश के 12 नामों का जाप करना उर्पयुक्त बताया गया है। यदि इस दिन भगवान गणेश के इन नामों का जाप किया जाए तो वे समृद्धि एवं तीव्र बुद्धि स्मृति का वरदान देते हैं। 

 

अपनाएं ये पूजा विधि

-गणेश पूजा के साथ अथर्वशीर्ष का पाठ किया जाए तो अति उत्तम होगा। 
-गणेश द्वादश नामावली का पाठ करें। ये बहुत ही शुभकारी होगा। 
-दिन अथवा गोधुली वेला में गणेश दर्शन करें। गणपति दर्शन व्रत के पुण्य को दोगुना कर देता है। 
-शाम को यथाशक्ति मोदक या लड्डुओं का भोग लगाएं। मोदक और लड्डू दोनों ही गणपति बप्पा की प्रिय वस्तुओं में शामिल हैं। 
-गणपति देव को सहस्र दुर्वा अर्पित करें। दुर्वागणपति को अतिप्रिय हैं। अतः पूजन में इसे अवश्य शामिल करें। 
-गणपति मंत्र का जाप करें और और पूजन सामग्री अर्पित कर उन्हें भोग लगाकर अपनी प्रार्थना या मनोकामना उनके सामने रखें। इससे आपके जीवन के अनेक कष्ट दूर होंगे। संकटों का नाश होगा और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। 

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