विवाह पंचमी: इस पूजा से दूर होंगी विवाह में आने वाली बाधाएं, मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी

विवाह पंचमी: इस पूजा से दूर होंगी विवाह में आने वाली बाधाएं, मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी

Manmohan Prajapati
Update: 2020-12-19 05:35 GMT
विवाह पंचमी: इस पूजा से दूर होंगी विवाह में आने वाली बाधाएं, मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान राम और माता सीता ने विवाह किया था। इस तिथि को विवाह पंचमी, श्रीराम पंचमी या विहार पंचमी के नाम से जाना जाता है, जिसका उत्सव हर साल मनाया जाता है। इस वर्ष यह तिथि 19 दिसंबर शनिवार यानी कि आज है। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम चेतना के प्रतीक हैं और माता सीता शक्ति की प्रतीक हैं। अतः चेतना और प्रकृति का मिलन होने से यह दिन बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह करवाना बहुत शुभ माना जाता है। 

मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन जो जातक व्रत और पूजा करते हैं उन्हें मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि किसी के विवाह होने में बाधा आ रही हो तो इस दिन पूजा करने से वह बाधा दूर हो जाती है। मनचाहे विवाह का वरदान भी मिलता है और वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याओं का अंत हो जाता है। आइए जानते हैं विवाह पंचमी से जुड़ी कुछ खास बातें...

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खास बातें
विवाह पंचमी के दिन बालकाण्ड में भगवान श्रीराम और माता सीता जी के विवाह प्रसंग का पाठ करना शुभ होता है। इस दिन सम्पूर्ण रामचरितमानस का पाठ करने से भी पारिवारिक जीवन सुखमय होता है। हालांकि कई जगहों पर इस तिथि को विवाह के लिए शुभ नहीं माना जाता है। मिथिलाचंल और नेपाल में इस दिन लोग कन्याओं का विवाह करने से बचते हैं। लोगों में ऐसी मान्यताएं हैं कि भगवान राम से शादी के बाद ही माता सीता का जीवन दुखों से भर गया था। इसी वजह से लोग विवाह पंचमी के दिन विवाह करना उत्तम नहीं मानते हैं।

कैसे करें भगवान राम और माता सीता का विवाह
प्रातः काल स्नान करके श्री राम विवाह का संकल्प लें।
स्नान करके विवाह के कार्यक्रम का आरंभ करें।
इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता के चित्र या प्रतिमा की स्थापना करें।
भगवान श्रीराम को पीले और माता सीता को लाल वस्त्र अर्पित करें।
इनके समक्ष बालकाण्ड में विवाह प्रसंग का पाठ करें।

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ॐ जानकीवल्लभाय नमःष् मन्त्र का जाप करें।
इसके बाद माता सीता और भगवान श्रीराम का गठबंधन करें।
फिर उनकी आरती करें इसके बाद गांठ लगे वस्त्रों को अपने पास सुरक्षित रख लें।
श्रीराम विवाह के दिन इन मंत्रों का जाप करने से विवाह शीघ्र होगा।
श्रीराम के इस विवाह दिवस पर पीले वस्त्र धारण करें।
तुलसी या चन्दन की माला से मंत्र या दोहों का यथाशक्ति जाप करें।
जप करने के बाद शीघ्र विवाह या वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करें।

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