क्या आपके हाथ की रेखाओं में बना है अंग्रेजी का ‘एच’ (H) अक्षर ?

क्या आपके हाथ की रेखाओं में बना है अंग्रेजी का ‘एच’ (H) अक्षर ?

Manmohan Prajapati
Update: 2018-12-19 09:52 GMT
क्या आपके हाथ की रेखाओं में बना है अंग्रेजी का ‘एच’ (H) अक्षर ?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार ना केवल हाथों पर बनी रेखाएं, बल्कि कुछ विशेष चिह्न भी हमारे भविष्य को संवारते हैं या बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार भी होते हैं। हाथ पर त्रिशूल, शंख, स्वास्तिक, आदि शुभ चिह्न माने गए हैं लेकिन, दूसरी ओर हाथ पर कट या चक्र का होना अशुभ माना जाता है।

इसी क्रम में आपके हाथ पर अंग्रेजी के ‘एच’ (H) अक्षर का क्या मतलब होता है। सबसे पहले तो आपको बताते हैं कि यह अक्षर कैसे और हाथ के किस हिस्से पर बनता है। आपको बताते हैं कि हाथ पर एच(H) अक्षर कैसे बनता है। तस्वीर में देखिए, हमारे हाथ की सबसे छोटी अंगुली से लेकर दूसरी ओर बढ़ते हुए एक रेखा जाती है जिसे हार्ट लाइन या हृदय रेखा कहा जाता है।

प्रभाव
इस रेखा के ठीक नीचे एक और रेखा बनती है, इसे हेड लाइन या फिर मस्तिष्क रेखा के नाम से जाना जाता है। इन्हीं दो रेखाओं के बीच बनने वाले चिह्नों का हमारे जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव होता है। इन दो रेखाओं के बीच यदि एक सीधी रेखा आती है और इनसे मिलती है तब यह तीन रेखाएं मिलकर अंग्रेजी का ‘एच’(H) अक्षर बनाती हैं।

शुभ-अशुभ
लेकिन यह रेखा यही बनी होनी चाहिए, यानि इसका जन्म इन्हीं दो रेखाओं के बीच का होना चाहिए। यदि यह रेखा पीछे से आकर इन दो रेखाओं को काटते हुए एच बनाती है तो वह सही एच(H) नहीं माना जाता है। इस तरह के एच का जीवन पर कोई शुभ-अशुभ प्रभाव नहीं होता है।

भाग्यशाली
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ पर बना एच (H)अक्षर शुभ एवं सौभाग्यशाली होता है। जिस किसी भी व्यक्ति के हाथ पर ऐसा (H) अक्षर बनता हो उसे ‘भाग्यशाली’ ही कहना चाहिए। लेकिन इनके किस्मत के सितारे एक आयु में जाकर ही काम करते हैं, आइए आगे जानते हैं एच(H) अक्षर के होने से क्या-क्या होता है।

आरंभिक काल
सबसे पहले आपको बता दें कि जिस भी व्यक्ति के हाथ पर बिलकुल ऐसा एच अक्षर बन रहा हो जैसा कि हमने बताया है तो ऐसे व्यक्ति के जीवन का आरंभिक काल बहुत संघर्षों और परेशानियों भरा होता है। इसमें कोई दो मत नहीं कि ऐसा व्यक्ति गुणी होता है, परंतु अपनी आयु के कम से कम आरंभिक 20 वर्षों तक उसका भाग्य काम नहीं करता।

परीक्षा
20 वर्ष की आयु के बाद इनकी किस्मत धीरे-धीरे काम करने लगती है। इस दौरान जैसे ही इनके हुनर को अपनी सही जगह प्राप्त हो जाती है, ये लोग रंक से राजा बन जाते हैं। लेकिन जब तक सही स्थान नहीं मिलता भाग्य इनकी परीक्षा लेता रहता है। इसलिए, यदि आपके या आपके किसी परिचित के हाथ में बिलकुल ऐसा ही एच(H) अक्षर बनता है तो उन्हें कहें कि अपनी विशेषता के अनुरूप ही वो सही कार्य चुने। उनकी विशेषता कहां काम आएगी और कहां नहीं इसे यदि पहचानेंगे तो जीवन में बहुत उन्नति करेंगे।

विशेषता
जिस किसी जातक के हाथ पर एच(H) का अक्षर बनता है इनका हुनर या उनकी विशेषता इनके लिए सब कुछ होती है। इनकी यही विशेषता इन्हें दुनिया से अलग करती है। इनमें अन्य लोगों से हटकर कोई विशेषता होती है। ऐसी विशेषता जो साधारण लोगों में शायद ही हो। इसके अलावा ऐसे लोग बहुत समझदार और पारखी होते हैं, आप इन्हें सहजता से धोखा नहीं दे सकते हैं।

दूसरी विशेषता इन लोगों में जो होती है वह यह कि ये लोग दिल और दिमाग पर अच्छे से नियंत्रण करना जानते हैं। क्योंकि इनकी हृदय और मस्तिष्क रेखा को एक रेखा आपस में जोड़ देती है, तब इसी जुड़ाव के कारण इनमें बहुत ममता, भावनाएं भरी होती हैं और उन चीजों पर विजय प्राप्त भी इनके हाथ में ही होता है।
 
 

Similar News