बचपन की याद दिलाती है मराठी फिल्म ‘नाल’, 16 नवंबर को होगी रिलीज

बचपन की याद दिलाती है मराठी फिल्म ‘नाल’, 16 नवंबर को होगी रिलीज

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-13 07:57 GMT
बचपन की याद दिलाती है मराठी फिल्म ‘नाल’, 16 नवंबर को होगी रिलीज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मराठी फिल्म नाल 16 नवंबर को रिलीज होने जा रही है। फिल्म के प्रमोशन के लिए प्रेस कांफ्रेंस में पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि  शहर में सांस्कृतिक, स्पोर्ट्स के साथ कला क्षेत्रों से जुड़े और भी कई विकास कार्य हो रहे हैं। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा लगातार काम किया जा रहा है। शहर में फिल्म सिटी बनना चाहिए, जिससे कलाकारों को रोजगार मिल सके।  शहर के एक होटल में फिल्म "नाल’ के प्रमोशन के दौरान बतौर अतिथि के रूप में पालकमंत्री बाेल रहे थे। इस मौके पर  महापौर नंदा जिचकार ने कहा कि "नाल’ फिल्म बचपन की याद दिलाती है। आज भी आसपास के गांवों में बच्चों की दिनचर्या पहले की तरह ही हुआ करती है।

फिल्म के निर्माता नागराज मंजुले को फिल्म के लिए बधाई देना चाहती हूं। इस दौरान विधायक सुनील केदार की भी उपस्थिति रही।  फिल्म का निर्माण जी स्टूडियोज और नागराज मंजुले द्वारा किया गया है। प्रेस कांफ्रेंस में फिल्म के निर्माता नागराज पोपटराव मंजुले, दिग्दर्शक सुधाकर रेड्डी यक्कंटी, जी बिजनेस हेड मंगेश कुलकर्णी, मुख्य कलाकर श्रीनिवास पोकले, देविका दफ्तरदार, तक्षशिला वाघधरे आदि उपस्थित थे।

"झुंड" की शूटिंग दिसंबर तक शुरू होगी
निर्माता नागराज मंजुले ने अमिताभ बच्चन की "झुंड’ फिल्म के बारे में बताया कि इस फिल्म की शूटिंग दिसंबर तक शुरू होने वाली है। फिल्म में शहर के ही कलाकारों को लिया गया है, जो अपनी कला का अभिनय दिखाने वाले हैं।

डायरेक्शन से ज्यादा मुश्किल एक्टिंग
फिल्म "नाल’ के निर्माता नागराज मंजुले ने कहा कि  फिल्म "नाल’ 16 नवंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म की कहानी बचपन की याद दिलाती है। फिल्म मेु मुख्य कलाकार श्रीनिवास पोकली अमरावती के रहने वाले हैं। इसकी शूटिंग अमरावती गांव की वैनगंगा और गोदावरी नदी के तट पर की गई है। फिल्म के लिए लगभग 300 बाल कलाकारों का ऑडिशन लिया गया था, जिसमें अमरावती के श्रीनिवास पोकली का चयन किया गया। फिल्म "नाल’ मां और बच्चे के रिश्ते से जुड़ी है।  जिसमें  बच्चा अपनी मां से किस तरह खेलने जाने की इजाजत लेता है और मां उसको मना करती है। इसके साथ चैतू के मन में कई सवाल हैं, जिनके उत्तर उसे नहीं मिल पाने से वह असंतुष्ट रहता है।

फिल्म में चैतू के पिता की भूमिका की है। उन्होंने कहा कि फिल्म का डायरेक्शन करना बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं है, लेकिन एक्टिंग करना बहुत मुश्किल है। फिल्म की शूटिंग विदर्भ के विभिन्न स्थानों पर की गई है। फिल्म निर्देशक सुधाकर रेड्डी यक्कंटी ने कहा कि "नाल" फिल्म में सभी का बचपन छुपा हुआ है। जब इसकी कहानी लिख रहा था, तो मुझे अपने बचपन की कुछ बातें याद आईं और मैंने उसके बाद कहानी लिखी। जब मैंने नागराज को यह कहानी सुनाई, तो उन्होंने तुरंत हां कर दी। फिर मैंने उन्हें फिल्म में चैतू के पिता की भूमिका करने की बात कही और उन्होंने हां कर दी।

 

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