ब्रा में लगा डिवाइस, रेप रोकने में मदद करेगा ये सेंसर
ब्रा में लगा डिवाइस, रेप रोकने में मदद करेगा ये सेंसर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जब भी रेप जैसी गंभीर घटनाएं हमारे समाज में होती है तो उसे रोकने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं। लेकिन उसके बावजूद रेप की घटनाओं में कमी नहीं आ पा रही है। आए दिन रेप की एक न एक घटना के बारे में सुनने को जरुर मिलता है। लेकिन अब एक लड़की ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो खतरा होने पर सेंस कर लेगा और आपके फ्रेंड्स को अलर्ट कर देगा। जी हां, ये कारनामा किया है अमेरिका की मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) की इंडियन स्टूडेंट मनीषा मोहन ने। ये डिवाइस सेंसर की तरह काम करेगा जो ब्लूटूथ की मदद से आपके स्मार्टफोन की एप से कनेक्ट रहेगा। इस सेंसर डिवाइस का डेमो दिखाते हुए MIT की तरफ से यूट्यूब पर एक वीडियो भी अपलोड किया गया है।
कैसे काम करता है ये सेंसर?
ये सेंसर पैसिव मोड और एक्टिव मोड में काम करता है। पैसिव मोड कें यह मैनुअली काम करता है। मतलब कोई लड़की इसके बटन को दबाएगी तो ये सेंसर आसपास के लोगों को अलर्ट कर देगा। अलर्ट करने पर तेज अलार्म बजेगा या फिर आपके फ्रेंड्स को कॉल लग जाएगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि ये सेंसर ब्लूटूथ स्मार्टफोन एप से कनेक्ट है।
एक्टिव मोड में ये सेंसर किसी बाहरी व्यक्ति के खतरे को भांप लेता है। जैसे जब कोई आपके साथ जबरदस्ती करने की या कपड़े उतारने की कोशिश करेगा तो ये सेंसर आपके स्मार्टफोन में एक मैसेज भेजेगा। अगर 30 सेकंड के अंदर रिप्लाय नहीं आता है तो फिर ये तेज अलार्म बजा देगा। इसके बाद भी अगर यूजर इस अलार्म को बंद नहीं करता है तो फिर ये आपके फ्रेंड्स को सिग्नल भेजना शुरु कर देता है, जिससे लड़की की लोकेशन का पता लग जाता है।
मनीषा का क्या है कहना?
इस सेंसर को बनाने वाली मनीषा मोहन का कहना है कि जब वो चेन्नई में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी तो उस दौरान उन्हें के 6:30 बजे के बाद कैंपस से निकलने की मनाही थी। मनीषा का मानना है कि लड़कियों को घर में कैद रखने से अच्छा है कि उन्हें सिक्योरिटी दी जाए। इसके बाद उन्हें इस सेंसर को बनाने का आइडिया आया। उनका कहना है कि ये सेंसर न केवल महिलाओं के लिए बल्कि स्कूल जाने वाली लड़कियों और शारीरिक रुप से विकलांगों के लिए भी उपयोगी है। मनीषा ने बताया कि उन्हें लगता है कि हमें बॉडी गार्ड रखने की जरुरत नहीं है। हमें खुद की सुरक्षा करने की क्षमता होनी चाहिए।