फेक न्यूज पर सरकार सख्त, WhatsApp सीईओ के सामने रखी तीन शर्तें

फेक न्यूज पर सरकार सख्त, WhatsApp सीईओ के सामने रखी तीन शर्तें

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-21 09:45 GMT
फेक न्यूज पर सरकार सख्त, WhatsApp सीईओ के सामने रखी तीन शर्तें
हाईलाइट
  • अफवाहों और फेक न्यूज पर लगाम लगाने पर चर्चा की।
  • केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वॉट्सऐप सीईओ क्रिस डैनियल से की मुलाकात।
  • प्रसाद ने कहा
  • फेक न्यूज के कारण मॉब लिंचिंग
  • रिवेंज पॉर्न जैसी घटनाएं हुईं।
  • फेक न्यूज को लेकर सरकार सख्त।
  • भारत में वॉट्सऐप के कॉर्पोरेट दफ्तर की स्थापना जरूरी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फेक न्यूज और मैसेजिंग ऐप से फैल रही अफवाहों की वजह से देश में हो रही हिंसक घटनाओं पर सरकार सख्त हो गई है। फेक न्यूज के समाधान के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से वॉट्सऐप के सीईओ ने मुलाकात की। उन्होंने सीईओ के सामने तीन शर्तें भी रखी हैं। 

 

 

मंगलवार को केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद से नई दिल्ली में वॉट्सऐप के सीईओ क्रिस डैनियल ने मुलाकात की। इस दौरान प्रसाद ने मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप के सीईओ डैनियल से देश में स्थानीय इकाई स्थापित करने, फर्जी मैसेज के सोर्स का पता लगाने के लिए तकनीकी समाधान खोजने को कहा है। प्रसाद ने कहा सरकार ने वॉट्सऐप से अफवाहों को रोकने, पॉर्न और फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए तकनीकी समाधान ढूंढने के लिए कहा है।  

 


भारत सरकार की तरफ से वॉट्सऐप के सामने तीन शर्तें भी रखी गई हैं। सरकार का कहना है कि, वाट्सऐप पर फेक न्यूज और अफवाहों को रोका जाए और इसके लिए प्रभावी समाधान किया जाए। भारत में काम करने के लिए कार्यालय बनाया जाए और फर्जी मैसेज के सोर्स का पता लगाने के लिए तकनीकी समाधान तलाशें और शिकायत निपटारे के लिए अधिकारी नियुक्त करें। 

 


वॉट्सऐप सीईओ से बैठक के बाद रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैंने क्रिस डैनियल से साफ कहा है अगर भारत में काम करना है तो इसके लिए स्थानीय कंपनी बनानी होगी। इस ऐप पर किसी फर्जी संदेश के स्रोत का पता लगाने का तकनीकी समाधान खोजना होगा। इस ऐप ने भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान किया है, लेकिन उसे भीड़ के हमले तथा बदले के लिए अश्लील तस्वीरें भेजने जैसे काम से निपटने के समाधान तलाशने होंगे। 

 


गौरतलब है कि वॉट्सऐप और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर फेक मैसेज और अफवाहों के कारण देश के कई हिस्सों में तनाव और लिंचिंग की घटनाएं हुई थीं। रविशंकर प्रसाद ने उस समय ही वॉट्सऐप पर इन्हें रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की थी। जिसके बाद वॉट्सऐप ने सभी प्रमुख अखबारों में विज्ञापन देकर इनसे बचने का तरीका बताया था। साथ ही वॉट्सऐप ने अपने फीचर्स में भी कई बड़े बदलाव किए थे और फॉरवर्ड मेसेज के साथ ही पता चल जाता है कि मेसेज फॉरवर्ड किए गए हैं। 

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