Coronavirus Tips: महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को क्यों है ज्यादा खतरा? जानें कैसे करें बचाव

Coronavirus Tips: महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को क्यों है ज्यादा खतरा? जानें कैसे करें बचाव

Manmohan Prajapati
Update: 2020-04-23 05:59 GMT
Coronavirus Tips: महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को क्यों है ज्यादा खतरा? जानें कैसे करें बचाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोनावायरस (Coronavirus) का प्रकोप दिखाई दे रहा है। अब तक इस महामारी से 1 लाख 84 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन हैरानी वाली बात यह कि इस वायरस से मरने वालों की कुल संख्या में पुरुषों की गिनती अधिक है। यह आंकड़े ना सिर्फ चीन, आस्ट्रेलिया और अमेरिका में हुई कोरोना से हुई कुल मौतों के ​हैं। बल्कि भारत में कोविड- 19 (Covid- 19) से हुई कुल मौतों में भी यह बात साफ हो चुकी है। यही नहीं दुनियाभर में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों के कोरोना संक्रमित मामले ज्यादा सामने आए हैं।

हालांकि यह कोई पहली बीमारी या वायरस नहीं है, जिसका प्रभाव महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में अधिक दिखाई दिया हो। दुनिया में ऐसी कई अन्य बीमारियां भी हैं जो महिलाओं की तुलना में पुरुषों को जल्दी शिकार बनाती हैं। इनमें हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी शामिल हैं। फिलहाल जानते हैं उन कारणों के बारे में जो कोरोना से होने वाले खतरे को महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा बढ़ाते हैं...

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धूम्रपान 
पुरुषों में धूम्रपान की दर भारत ही नहीं दुनियाभर में महिलाओं से अधिक है। एक स्टडी के अनुसार, महिलाओं की अपेक्षा पुरुष धूम्रपान अधिक करते हैं। वहीं चिकित्सकों की मानें तो कोविड-19 मनुष्य के श्वसन तंत्र को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है और धूम्रपान से भी इसे ही सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है। ऐसे में पुरुषों पर कोरोनावायरस के अधिक खतरे का यह एक मुख्य कारण हो सकता है। हालांकि इसको लेकर अभी कोई विश्वसनीयता सामने नहीं आई है।

ACE-2 प्रोटीन की अधिक मात्रा
एक रिपोर्ट के अनुसार, पुरुषों में ACE-2 (एंजियोटिन्सिन कन्वर्टिंग एंजाइम-2) प्रोटीन अधिक पाया जाता है। यह प्रोटीन किडनी, फेफड़े, हृदय आदि अंगों को बनाने वाले उत्तकों के ग्लाइकोप्रोटीन से जुड़े होते हैं। ACE-2 रिसेप्टर्स एक तरह का एंजाइम है, जो मानव शरीर के हृदय, फेफड़े, धमनियों, गुर्दे और आंत में कोशिका की सतह से जुड़ा होता है। यह रिसेप्टर गंभीर सांस संबंधी सिंड्रोम का कारण बनने वाले कोरोना वायरस के लिए कार्यात्मक और प्रभावी होता है। यही कोरोना वायरस की घुसपैठ का सबसे बड़ा कारण बनता है।

पहले से बीमार
आपको बता दें कि एक स्टडी के अनुसार पुरुष महिलाओं की अपेक्षा हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी से ग्रसित होते हैं। ऐसे में पुरुषों को पहले से कई बीमारियां होने के चलते भी कोरोना उन पर ज्यादा तेजी से अटैक करता है।

महिलाओं की अधिक उम्र
वहीं डब्लूएचओ का कहना है कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 6 से 8 साल ज्यादा जीती हैं। एक हालिया शोध की मानें तो महिलाओं में कोरोना 4 दिन में खत्म हो जाता है जबकि पुरुषों में यह 6 से 8 दिन का समय लेता है। इनमें स्मोकिंग और कई बीमारियों की वजह से वीक इम्युनिटी सिस्टम प्रमुख कारण है।

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बचाव के उपाय
दुनियाभर में कोरोनावायरस से बचाव के लिए कोई दवा या वैक्सीन अब तक नहीं है। ऐसे में इस वायरस से खुद को बचाने और इसे फैलने से रोकने के लिए डब्लूएचओ और सरकार द्वारा दिए गए सुझावों का पालन करना जरूरी है। इनमें कई टिप्स शामिल हैं...

- अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से 20 सेकंड तक हाथ धोएं।
- आप अपने हाथों को साफ रखने के लिए अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का उपयोग भी कर सकते हैं।
- खांसते और छींकते समय डिस्पोजेबल टिशू से या कोहनी को मोड़कर, अपनी नाक और मुंह को ढकें।
- यदि आपके हाथ साफ नहीं हैं, तो अपनी आंख, नाक या मुंह को ना छुएं, ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
- ध्यान रखें, किसी भी बीमार व्यक्ति से एक मीटर या तीन फीट की दूरी बनाकर रखें।
- घर से बाहर निकलते समय सोशल डिस्टेंशन का ख्याल रखें, यह कोरोना से बचाव का एक बड़ा उपाय है।
- यदि आप बीमार हैं या किसी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो खुद को परिवार के सभी लोगों से अलग कर लें।

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