नवरात्र स्पेशल: क्या आप भी नवरात्रि उपवास में अक्सर साबुदाना खाते हैं? तो जानिए इससे होने वाले नुकसान

  • चैत्र नवरात्रि 09 अप्रैल से शुरु हो चुकी है
  • साबुदाना को लोग अक्सर फास्ट के टाइम खाना पंसद करते हैं
  • जानिए इससे होने वाले नुकसान

Sanjana Namdev
Update: 2024-04-13 12:55 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 09 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरु हो चुकी है। इसमें अधिकतर लोग नौ दिन का फास्ट रखते हैं। तो कुछ लोग नवरात्रि के पहले दिन और आखिरी दिन भी फास्ट रखते हैं। जब भी फास्ट में खाने की बात आती है, तो सबसे पहले लोग साबूदाने की बात करते हैं। अधिकतर लोग तो फास्ट के पूरे नौ दिन साबूदाना से बनी अलग-अलग डिसेज ट्राई करते हैं। ये खाने में तो टेस्टी लगती हैं, लेकिन कुछ खास सिचुएशन में आपको इसे खाने से परहेज करना चाहिए। व्रत के टाइम यह जान लेना जरुरी हैं कि कौन से फूड्स हमारे हेल्थ के लिए सही हैं और कौन से नहीं। तो चलिए जानते हैं साबूदाने के बारे में, जिसे हर कोई खाना पसंद करता है।

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साबूदाना क्या है?

साबूदाना में स्टार्च पाया जाता है, और इसे आसानी से पचाया जा सकता है। साबूदाना किसी मिनरल से नहीं बनता है, बल्कि यह ट्रोपिकल पाम ट्री यानी कसावा की जड़ से निकाला जाता है। फिर इसे पाउडर की तरह बनाकर सुखाया जाता है। फिर इसकी गोलियां बनाई जाती है। यह कार्बोहाइड्रेट का सोर्स है। साबूदाने की गोलियां मोती की तरह छोटी-छोटी दिखाई देती है। इसे बीमार लोगों के लिए सबसे अच्छा खाना बताया जाता है। साथ ही, यह ग्लूटेन फ्री भी है।

वैसे तो साबूदाने में न्यूट्रियेंट्स पाये जाते हैं। इसमें फाइबर, प्रोटीन, फैट और कर्ब्स की काफी अच्छी क्वांटिटी पाई जाती है। लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने से प्रॉबलम भी हो सकती हैं।

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जाने साबूदाना कब नहीं खाना चाहिए?

कसावा से बने साबूदाने में अलग-अलग कंपाउंड हो सकते हैं। जैसे कि सायनोजेनिक ग्लूकोसाइड, जो बॉडी में आयोडीन को इफ्कैट कर सकते हैं। इसके अलावा हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है, जो कि थायराइड को नुकसान पहुंचा सकता हैं।

2014 में फूड़ कैमिस्ट्रि द्वारा पब्लिश जर्नल में बताया गया है कि साइनाइड से कुछ लोगों में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर हो सकते हैं। बॉडी के छोटे शेप और कम वजन के कारण, बच्चों को हाइड्रोजन साइनाइड टॉक्ससिटी का खतरा अधिक होता है।

लेटेक्स से एलर्जी वाले मरीजो को भी साबूदाना से एलर्जी हो सकती है। बहुत ज्यादा साबूदाना खाने से डाइजेस्टिव डिसऑर्डर जैसे सूजन, कब्ज, डायबिटीज और हार्ट से रिलेटेड प्रॉबलम हो सकती है।

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क्या डायबिटीज पेशेंट को खाना चाहिए साबूदाना ?

साबूदाना एक हेल्दी कार्बोहाइड्रेट है, और इसमें ग्लूटेन की मात्रा कम पाई जाती है। अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं, तो इसका कम इस्तेमाल करें क्योकि ये आपके हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आपको डायबिटीज है तो साबूदाना खाना ठीक है, लेकिन मॉडरेशन ज़रूरी है।

साबूदाना के साथ ये सावधानियां बरते

हमेशा साबूदाना का ब्राडं देखकर खरीदें, खुला नहीं ले।

साबूदाना को भिगोकर खाने से पहले उबलते पानी में अच्छी तरह से पकाना चाहिए, जिससे कि इसके सारे टॉक्सिन निकल जाएं।

इसे अच्छी तरह से पका के खाएं, कच्चा खाने से आपके पेट में गड़बड़ हो सकती है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष, वास्तुशास्त्री, डॉक्टर, अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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