एक बार फिर से इजरायल के पीएम बनेंगे बेंजामिन नेतन्याहू, 38 दिनों के ड्रामे के बाद बुधवार को हुआ बड़ा फैसला, अरब देश एक बार फिर हुए चिंतित

नेतन्याहू की वापसी एक बार फिर से इजरायल के पीएम बनेंगे बेंजामिन नेतन्याहू, 38 दिनों के ड्रामे के बाद बुधवार को हुआ बड़ा फैसला, अरब देश एक बार फिर हुए चिंतित

Dablu Kumar
Update: 2022-12-22 09:40 GMT
एक बार फिर से इजरायल के पीएम बनेंगे बेंजामिन नेतन्याहू, 38 दिनों के ड्रामे के बाद बुधवार को हुआ बड़ा फैसला, अरब देश एक बार फिर हुए चिंतित
हाईलाइट
  • अरब देशों की बढ़ी मुश्किलें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल के 73 वर्षीय बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार देर रात सरकार बनाने की घोषणा की। इसके लिए उन्होंने दक्षिणपंथी के साथ गठबंधन करके सत्ता में वापसी की है। इसी साथ ही नेतन्याहू ने देश में 38 दिनों से चल रहे सियासी उठापटक पर भी विराम लगा दिया है। नेतन्याहू ने राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग से फोन पर बात करते हुए नई इजरायली सरकार बनाने का दावा पेश किया।

इससे पहले 1 नवंबर को चुनाव के नतीजे आए थे, जिसमें नेतन्याहू ने अति-रूढ़िवादी यहूदी पार्टियों और दक्षिणपंथी ब्लॉक द्वारा सरकार बनाने के लिए समर्थन हासिल किया था। चुनावी नतीजों को देखते हुए नेतन्याहू को इज़राइल के राजनीतिक पेंच को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार कर दिया है, ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस देश ने चार साल के छोटे से अंतराल में पांच चुनाव देखे हैं। साल 2021 में नेतन्याहू को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।

38 दिनों का ड्रामा हुआ समाप्त

सूत्रों के मुताबिक, इस समय नेतन्याहू कोर्ट में भ्रष्टाचार के आरोपों से लड़ रहे हैं। इजरायल देश की राजनीतिक इतिहास के बारे में बात करें तो नेतन्याहू सबसे लंबे कार्यकाल तक प्रधानमंत्री के रूप में रहे हैं। वे 1966 से 1999 और 2009 से 2021 तक इजरायल देश के प्रधानमंत्री के तौर पर रह चुके हैं, लेकिन इस समय वे प्रमुख विपक्षी नेता हैं। पिछले 38 दिनों से बेंजामिन नेतन्याहू सहयोगी दल के नेता से बातचीत कर रहे थे और बुधवार देर रात को गठबंधन वार्ता समाप्त हुई। फिर नेतन्याहू ने अपने कार्यकाल के एक बयान में कहा कि कुछ समय पहले उन्होंने राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग से फोन पर कहा है कि उन्होंने सरकार बनाने के लिए समर्थन हासिल कर लिया है। 

अरब देशों की बढ़ी मुश्किलें

बयान से यह पता चला कि, उनकी नई सरकार दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी, अति-रूढ़िवादी पार्टियों और धार्मिक यहूदी वाद गठबंधन के साथ चलेगी। हालांकि कुछ राजनीतिक जानकारों ने इस बात का पहले से ही पूर्वानुमान लगा लिया था कि नवंबर के चुनावों के बाद नेतन्याहू लिकुड और उसके सहयोगियों के साथ नई सरकार बनाने में सफल हो जाएंगे। खबर है कि नेतन्याहू जनवरी के पहले हफ्ता में इजरायल के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं। हालांकि, अभी तक तारीख की घोषणा नहीं हुई है। नेतन्याहू के एक बार फिर से पीएम बनने की खबर से अरब देश गुस्से से भर हुए है, ऐसा इसलिए क्योंकि अरब देशों के साथ इजरायल की दुश्मनी पूरी दुनिया को पता है। बता दें कि इजरायल ने अब तक 6 बार अरब देशों को युद्ध में हार दिया है। 

 


 

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