उइगर मुसलमानों पर चीन का कहर, क्रूरता की सारी हदें हुई पार! यूएन ने अपनी रिपोर्ट में जताई चिंता

मानवाधिकार का कत्ल उइगर मुसलमानों पर चीन का कहर, क्रूरता की सारी हदें हुई पार! यूएन ने अपनी रिपोर्ट में जताई चिंता

Anupam Tiwari
Update: 2022-09-01 12:09 GMT
उइगर मुसलमानों पर चीन का कहर, क्रूरता की सारी हदें हुई पार! यूएन ने अपनी रिपोर्ट में जताई चिंता
हाईलाइट
  • उइगर मुसालमानों पर प्रताड़ना को लेकर घिरा चीन

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन में उइगर मुसलमानों पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। दुनियाभर के सभी देश चीन में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर विचलित हैं। बीते साल के अंत में भी चीन के ऊपर उइगर मुसलमानों के अंगों की कालाबाजारी को लेकर भी आरोप लग चुके हैं। उस वक्त भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चीन की खूब किरकिरी हुई थी। अब संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है।

यूएन ने चीन की हरकतों पर सवाल उठाया है और कहा है कि उइगर मुसलमानों व अन्य अल्पसंख्यकों को हिरासत में रखना मानवता के खिलाफ अपराध जैसा है। गौरतलब है कि चीन पर उइगर मुसलमानों को हिरासत में रखने का गंभीर आरोप लगता रहा है, हालांकि चीन इस बात को हमेशा इनकार करता रहा है। पश्चिमी देश भी चीन में उइगर मुसलमानों की मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। 

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चीन के इस इलाके में उइगर मुसलमानों पर कहर 

गौरतलब है कि यूएन ने लंबे समय के बाद उइगर मुसलमानों पर चीन में हो रहे अत्याचार की रिपोर्ट 31 अगस्त को जिनेवा में जारी कर दी है। रिपोर्ट में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर चीन को जमकर लताड़ भी लगाई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने शिनजियांग के पश्चिमी क्षेत्र में उइगर और अन्य जातीय अल्पसंख्यकों के लोगों को हिरासत में रखा है, जो मानवाधिकार के खिलाफ हैं। यूएन ने कड़े शब्दों में इसे इंटरनेशनल क्राइम के साथ मानवता के खिलाफ अपराध बताया है। 

चीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग

यूएन की रिपोर्ट में विश्व समुदाय से चीन में मानवता के अधिकारों के उल्लंघन पर तत्काल ध्यान देने की मांग की गई है। गौरतलब है कि इस रिपोर्ट को जारी न करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट पर काफी दबाव था। तथा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था, साथ ही उनके इस्तीफे की मांग हो रही थी। अब रिपोर्ट में चीन को लेकर हुए खुलासे के बाद दुनियाभर के देशों ने गंभीर चिंता जताई और निंदा की है। यूएन ने सख्त चेतावनी दी है कि अगर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो सख्त कदम उठाया जाएगा।

इतने उइगर मुसलमान हिरासत में

रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन के शिनजियांग में 10 लाख से अधिक उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को जबरदस्ती हिरासत में रखा गया है। इस दौरान इन्हें यातनाएं और उनकी नसबंदी की जाती है। साथ ही इनकी महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी किया जा रहा है।

चीन के शिनजियांग प्रांत में कुल 2.5 करोड़ की आबादी है। जिसमें से हान जातीय समुदाय की आबादी करीब 1 करोड़ है, जबकि उइगर मुस्लिमों की संख्या 1.4 करोड़ है।  गौरतलब है कि 1953 में अल्पसंख्यकों की संख्या 44 लाख थी, जो 2020 में बढ़कर 1.4 करोड़ हो गई।

 

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