जॉर्डन हमले का बदला: इराक से सीरिया तक अमेरिकी सेना ने 85 ठिकानों को किया तबाह, राष्ट्रपति बाइडेन ने दिया साफ संदेश

  • अमेरिकी सेना ने 85 ठिकानों को किया तबाह
  • राष्ट्रपति बाइडेन ने दिया साफ संदेश
  • जॉर्डन हमले का अमेरिका ने लिया बदला

Dablu Kumar
Update: 2024-02-03 17:57 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने अपने सैनिको का बदला लेते हुए ईरान पर जवाबी कार्यवाही की है। अमेरिका के सैनिको ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के लगभग 85 ठिकानों को तभा कर दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह इसके जवाब में मिलिशिया समूहों पर जवाबी हमला करेगा।

बाइडन ने क्या कहा

गौरतलब है कि शुक्रवार को हमले किए जाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान जारी किया। इस दौरान उन्होंने कहा, " यह सिर्फ शुरुआत है, इसके बाद और भी हमले होंगे। अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता है। लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, वे यह जान लें कि अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे, तो हम जवाब देंगे। मेरे निर्देश पर आज दोपहर अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन केंद्रों को निशाना बनाया। जिनका उपयोग आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया समूह अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं। हमारी जवाबी कार्रवाई आज से शुरू हुई जो हमारे द्वारा चुनी गई।" 

शुक्रवार देर रात ढाई बजे हवाई हमले किए

अमेरिका की सेना (सेंटकॉम) 'यूएस सेंट्रल कमांड' ने भारतीय समय अनुसार शुक्रवार देर रात ढाई बजे आईआरजीसी कुद्स फोर्स' और संबद्ध मिलिशिया समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में 85 से अधिक ठिकानो को तभा कर दिया।

इन विमानों से किया हमला

शुक्रवार को किए अपने हमले में अमेरिका ने अपने बमवर्षक विमान को शामिल किया था। अमेरिका की सेना (सेंटकॉम) ने बताया कि ठिकानों पर हमला करने के लिए खुफिया केंद्र, संचालन केंद्र, रॉकेट एवं मिसाइल, आपूर्ति श्रृंखला केंद्र शामिल हैं।

अमेरिका के रक्षा मंत्री ने क्या कहा?

हमले के बाद अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा, "यह हमारी जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है। राष्ट्रपति ने आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया को अमेरिका और गठबंधन बलों पर उनके हमलों का जवाबदेह ठहराने के लिए अतिरिक्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।" ऑस्टिन ने आगे कहा कि हमारे द्वारा चुने समय और स्थानों पर हमले किए जाएंगे। हम पश्चिम एशिया या कहीं और संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन राष्ट्रपति और मैं अमेरिकी बलों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अमेरिका, हमारी सेनाओं और हमारे हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

 

Tags:    

Similar News