जानिए कैसे बचे ठंड में चिलब्लेन नामक बीमारी से

जानिए कैसे बचे ठंड में चिलब्लेन नामक बीमारी से

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-29 06:44 GMT
हाईलाइट
  • चिलब्लेन एक कनेक्टिव टिश्यू डिजीज है
  • चिलब्लेन नाम की बीमारी ठंड में नंगे पैर घूमने या तापमान में अचानक आए बदलाव से होती है

डिजिटल डेस्क। ज्यादा सर्दी के चलते कई बार लोगों के हाथ-पैरों में अक्सर सूजन आने की समस्या हो जाती है। कुछ ही दिनों में जबरदस्त ठंड बढ़ने वाली है। ज्यादा सर्दी की वजह से चिलब्लेन नाम की बीमारी बूढ़े और बच्चों को घेर लेती है। आखिर क्या है ये चिलब्लेन नाम की बीमारी और कैसे आप इसे ठीक कर सकते हैं। जानिए हमारे साथ यहां। 

सर्दी के मौसम में हाथ-पैर की उंगलियों में खासकर पैर की उंगलीयों में सूजन आ जाती है। साथ ही उंगलियों में लालपन और खुजली की समस्या भी होने लगती है। जिसे डॉक्टर की भाषा में हम चिलब्लेन नाम से जानते है। कभी-कभी खुजली की समस्या इतनी बढ़ जाती है, कि हाथ पैरों में घाव बन जाते हैं।

चिलब्लेन नाम की बीमारी ठंड में नंगे पैर घूमने या तापमान में अचानक आए बदलाव से होती है। ऐसे मौसम में बच्चों और बड़ों को अधिक सावधानी की आवश्यकता होती है। यह एक कनेक्टिव टिश्यू डिजीज है। लेकिन आप इस बीमारी को घरेलू उपायों से ठीक कर सकते हैं।
 
जानिए कुछ खास घरेलू उपाए-
1. अगर आपको सुबह शाम पानी का काम होता है तो गरम पानी का उपयोग करें।
2. ऊनी और व सूती कपड़े पहने।
3. बाहर जाते समय हाथों में दस्ताने और पैरों में ऊनी जुराब जरुर पहनें।
4. चिलब्लेन होने पर तुंरत डॉक्टर को दिखाएं।

तेल और मोमबत्ती से सिकाई-
सर्दियों में हाथ पैर की सूजन और लालिमा से बचने के लिए सरसों के तेल में मोमबत्ती, लहसून और मेथी दाना डालकर गरम करें। फिर ठंडा कर इस तेल से मालिश करें। ये सूजन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। 

सेंधा नमक से करें  सिकाई-
ठंड में हाथ पैर में होने वाली सूजन, जलन से बचने के लिए हल्के गरम पानी में सेंधा नमक डालकर 10 से 15 मिनट के लिए इस पानी में पैरों को डालकर रखें।
सेंधा नमक से शरीर में मैग्नीशियम की पूर्ति हो जाती है। गरम पानी पैर के दर्द को खींच लेती है। 

गरम तेल की मालिश-
जैतून या नारियल का तेल एक कटोरी में हल्का गरम करें और मसाज करें। मसाज हल्के हाथों से थोड़ी देर के लिए करें। मसाज करने से ब्लड़ सर्कुलेशन बढ़ता है। सूजन रहने पर दिन में 2 से 3 बार मसाज करें। ध्यान रखें कि मालिश करते समय तापमान सामान्य होना चाहिए। 

आटा भी करता है फायदा-
आटे का पेस्ट बनाएं और दर्द वाली जगह पर 30 मिनट तक लगाएं। इससे गर्माहट मिलती है साथ ही दर्द में आराम भी मिलता है। फिर गुनगुने पानी से पैर धोकर हल्के हाथों से मसाज करें और मॉइस्चराइजर क्रीम लगाएं। 

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